गुना। मध्यप्रदेश की 28 सीटों के साथ-साथ बमोरी विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 नवंबर को मतगणना होगी. इससे पहले जिला प्रशासन और पुलिस तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को बमोरी चुनाव लड़ने वाले सभी 12 प्रत्याशियों और उनके एजेंटों को लेकर कलेक्टर और एसपी ने खुद मतगणना केंद्र का निरीक्षण कराया, और मतगणना की तमाम तैयारियों की जानकारी दी. कलेक्टर ने इस आशंका को पूरी तरह खारिज किया कि ईवीएम में किसी तरह की हैकिंग हो सकती है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कोरी कल्पना है.
काउंटिग को लेकर जिला प्रशासन ने किया निरीक्षण मोबाइल रहेगा प्रतिबंधित
चुनाव आयोग के निर्देश पर मतगणना केंद्र की नई व्यवस्थाओं से प्रत्याशियों को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि मतगणना केंद्र के अंदर किसी भी तरह का इलेक्ट्रिॉनिक उपकरण नहीं ले जाया जा सकेगा. एजेंट या प्रत्याशी केवल कागज, पेन ही अंदर ले जा पाएंगे. मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा. मतगणना को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के निर्देशों का पालन करने की बात कहते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि पूरा मतगणना केंद्र सीसीटीवी की निगरानी में है. यहां तक कि जिस कक्ष से ईवीएम मशीनें गणना कक्ष तक लाई जाएंगी. वहां भी कैमरे लगाए गए हैं. इन प्रक्रिया को प्रत्याशियों के प्रतिनिधि देख सकेंगे.
शांतिपूर्ण माहौल में होगी मतगणना
कलेक्टर ने बताया कि चुनाव आयोग के सख्त निर्देशों की बजाए वह स्वयं रोजाना मतगणना केंद्र का निरीक्षण करते हैं, और एसपी के साथ गणना केंद्र का एक फोटो भी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है. आयोग के निर्देश पर कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मतगणना की व्यवस्थाओं में कुछ परिवर्तन भी किए गए है. जिनमें सबसे अहम बदलाव काउंटिंग के दौरान टेबलों को हटाने का काम किया गया है. इसके स्थान पर प्रत्येक काउंटिंग टेबल के सामने 12 कुर्सियां लगाई जाएंगी और प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों को वहीं अपडेट मिलेगी. मतगणना पूरी तरह शांतिपूर्ण हो, इसके लिए मतगणना केंद्र पीजी कॉलेज के सामने वाले रास्ते को 'नो व्हीकल जोन बनाया गया है.
प्रवेश से पहले होगी थर्मल स्क्रीनिंग
इसके अलावा आवाजाही को भी यहां बंद कर दिया गया है. यहां केवल पैदल ही लोग निकल पाएंगे. इसके अलावा मतगणना में शामिल कर्मचारियों को 6.30 बजे पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. मतगणना केंद्र में जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को बिना आई कार्ड प्रवेश नहीं मिलेगा. वहीं मुख्य गेट पर पूरी जांच की जाएगी और थर्मल स्क्रीनिंग भी होगी. कलेक्टर के साथ मौजूद पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मतगणना में सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह ध्यान में रखा गया है.