गुना। प्रधानमंत्री आवास योजना के भ्रष्टाचार के मामले किसी से छुपे नहीं हैं. एक ताजा मामला गुना जिले की आरोन जनपद पंचायत से सामने आया है. यहां योजना के पात्र हितग्राहियों के नाम हटाकर सरपंच, सचिव और जनपद पंचायत सीईओ ने उन ग्रामीणों के नाम जोड़ दिए जो पहले पांच-पांच हजार रुपए की राशि इन्हें दे चुके थे. इस मामले की शिकायत पर वंचित हितग्राहियों ने कलेक्टर से लेकर 181 हेल्पलाइन तक की, तो अनियमितता करने वाले चकरा गए. इतना ही नहीं भ्रष्टाचार में लिप्त अफसर और जनप्रतिनिधियों ने अपनी गलती सुधारने के लिए शिकायकर्ताओं को पैसों का लालच देने की कोशिश की. आरोन जनपद पंचायत के सीईओ को बकायदा शिकायतकर्ता हितग्राहियों के पास पहुंचे और उन्हें अपनी तरफ से 25 हजार रुपए भी दे दिए.
रिश्वत का वीडियो आया सामने
ग्रामीणों ने इस घटनाक्रम का वीडियो बना लिया है. जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में जनपद पंचायत सीईओ प्रमोद कुमार एक शिकायकर्ता को अपनी तरफ से 25 हजार रुपए देकर मामले को रफादफा करने की अपील कर रहे हैं. मामला जनपद पंचायत आरोन की खिरियादांगी पंचायत का है. यहां के मुन्नालाल और भरोसा हरिजन ने कलेक्टर और 181 पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था, जिसमें पात्र होते हुए कुटीर भी आवंटित हो गया. लेकिन जनपद पंचायत सीईओ और सरपंच ने मिलीभगत करते हुए उनके बाद आवेदन करने वाले आवेदकों को कुटीर की किश्त पहले दिलवा दी.