मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

महाराष्ट्र में फंसी बिछिया की अनुपमा चौधरी ने की घर वापसी की मांग, मां का इलाज कराने गई थीं ठाणे - डिंडौरी न्यूज

महाराष्ट्र के ठाणे में फंसी बिछिया की अनुपमा चौधरी ने डिंडौरी प्रशासन से घर वापसी कराने के लिए मदद की मांग की है.

woman stuck in maharashtra
घर वापसी की गुहार

By

Published : May 17, 2020, 12:04 AM IST

डिंडौरी। जिले के बिछिया निवासी अनुपमा चौधरी ने घर वापसी कराने के लिए ईटीवी भारत के माध्यम से जिला प्रशासन से आग्रह किया है. अनुपमा जनवरी में भाई के साथ मां का कैंसर का इलाज कराने मुंबई गई थी, 3 अप्रैल काे मां का उपचार पूरा हुआ, लेकिन अस्पताल से डिस्चार्ज होने तक देश में लॉकडाउन हो गया था और तब से वो परिवार के साथ ठाणे थानांतर्गत दिवा जंक्शन में फंसी हुई है. अनुपमा अब तक स्थानीय प्रशासन समेत कई आधिकारिक जगहों पर अपनी समस्याएं बता चुकी हैं, लेकिन किसी से कोई सहायता नहीं मिली है, लिहाजा उन्होंने ईटीवी भारत संवाददाता भीमशंकर साहू को अपनी पीड़ा बताई और डिंडौरी प्रशासन के लिए वीडियो मैसेज भेजकर घर वापसी कराने का आग्रह किया है.

घर वापसी की गुहार

शहपुरा विधायक ने दिलाया मदद का भरोसा


अनुपमा ने बताया कि उन्होंने शहपुरा कांग्रेस विधायक भूपेंद्र सिंह मरावी को अपनी समस्या बताई थी जिस पर विधायक भूपेंद्र मरावी ने उनसे जानकारी लेकर मदद का भरोसा दिलाया है. विधायक ने अनुपमा से कहा कि वो मुंबई प्रशासन से व्यक्तिगत तौर पर बात करके उनकी शहपुरा वापसी कराने की व्यवस्था करेंगे.

वीडियो मैसेज से की मदद की मांग


अनुपमा ने ईटीवी भारत संवाददाता भीमशंकर साहू को वीडियो मैसेज भेजकर कहा, 'मैं भाई के साथ मां का कैंसर का इलाज कराने के लिए जनवरी में मुंबई आई थी. हम 2 अप्रैल से ठाणे थानांतर्गत दिवा जंक्शन फंसे हुए हैं. मेरी मां कैंसर की मरीज हैं. उनकी देखभाल और घर वापसी की व्यवस्था के लिए मैंने कई बार महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों से संपर्क किया, साथ ही डिंडौरी प्रशासन से भी बात की, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिली. मैं मध्यप्रदेश सरकार और कोरोना वायरस कंट्रोल रूम डिंडौरी के अधिकारियों से बार-बार निवेदन कर चुकी हूं. 26 अप्रैल को मैंने 181 पर भी शिकायत दर्ज कराई है. वहां से हमारी जानकारी ली गई और आश्वासन देकर हमें हमारे हाल पर छोड़ दिया गया. आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मां कैंसर सर्वाइवर हैं, इसलिए उनके भोजन और दवाओं की व्यवस्था मुंबई में ठीक से नहीं हो पा रही है. हमारे पास रुपए भी नहीं बचे. हमारा मूल निवास शहपुरा तहसील के ग्राम बिछिया में हैं. कृपया हमारी मदद करें.'

ABOUT THE AUTHOR

...view details