Insulin Plant ke Fayde: आजकल की भागदौड़ी भरी जिदगी में अक्सर लोग अपने खानपान का खयाल नहीं रख पाते हैं. नतीजा कई तरह की बीमारियों शरीर को घेर लेती हैं. वहीं कुछ बीमारियों जेनेटिक होती हैं और दोनों ही सूरतों में नतीजा अस्पताल और दवाओं का लंबा चौड़ा बिल होता है. ऐसी ही बीमारी है डायबिटीज. जो एक बार हो जाये तो इससे पीछा छुड़ाना आसान नहीं होता. लेकिन बाजार में उपलब्ध दवाओं के अलावा प्रकृति ने भी तमाम ऐसी चीजें हमें उपहार में दी हैं जिनके उपयोग से कई बीमारियों की तरह ही डायबिटीजभी ठीक हो सकती है. प्रकृति का ऐसा ही उपहार है इंसुलिन का पौधा.
ब्लड शुगर को बैलेंस करता है इंसुलिन का पौधा:जी हां इंसुलिन जिसका नाम सुनकर डायबटीज की बीमारी में ब्लड शुगर लेवल कम करने के लिए लगने वाले इंजेक्शन की याद आती है. उसके उलट प्राकृतिक इंसुलिन का पौधा भी होता है. यह भी ठीक इंजेक्शन के समान अपना काम करता है लेकिन प्राकृतिक रूप से. आयुर्वेद में इन्सुलिन के पौधे के रूप में पहचाने जाने वाले इस पौधे को उसके बोटैनिकल नाम कॉस्टस इग्नेस (Costus Igneus) के नाम से जाना जाता है. जो मधुमेह रोग में अपने औधीय गुणों के चलते बहुत फायदेमंद साबित होता है.
पौधे में हैं कई मेडिसिनल गुण:आम तौर पर इंसुलिन का पौधा जंगलों में पाया जाता है, लेकिन आजकल इसे बाजार में बनी नर्सरी से भी खरीदा जा सकता है. आयुर्वेद विशेषज्ञ और वैद अनिल भारद्वाज के मुताबिक, इस पौधे में कॉर्सोलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जब इसे लिया जाता है, तो कॉर्सोलिक एसिड पैनक्रियाज से इंसुलिन सीक्रेशन को बढ़ावा देने लगते हैं, इससे शुगर ग्लाइकोजेन में कन्वर्ट होने लगता है.