डिंडौरी। लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला लगातार आमजन को समस्या से निजात दिलाने के लिए काम कर रहे हैं साथ ही अपने वाहन पर लोगों के लिए राहत सामग्री रखकर भी भ्रमण कर रहे हैं. ईटीवी भारत ने उनके कार्यालय पहुंचकर उनसे बात की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने बताया कि जनवरी महीने में राहुल गांधी ने कोविड-19 को देश के लिए एक बड़ा संकट बताया था, तब राहुल गांधी की बातों को केंद्र सरकार ने हल्के में लिया था. केंद्र सरकार हवाई जहाज के माध्यम से देश के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण को बुला रही थी, जिसका खामियाजा आज गरीब मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है.
कोरोना संक्रमण के लिए बीजेपी जिम्मेदार
मध्यप्रदेश में भी कोरोना वायरस संकट के चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अनेक प्रतिबंध लगा दिए थे. स्कूल, मॉल और भीड़भाड़ वाली जगहों को बंद कर दिया था. मध्यप्रदेश की विधानसभा को व्यवस्थित कर दिया था, तब भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था की कोरोना, कांग्रेस के लिए डरो ना है, लेकिन जैसे ही मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरी और भाजपा की सरकार बनी, वैसे ही प्रधानमंत्री ने देश में जनता कर्फ्यू लगा दिया और लॉकडाउन कर दिया. ऐसे में ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार की लापरवाही का नतीजा है किसी भी प्रकार की जनहितकारी, कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है.
भाजपा पर साधा निशाना
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि छिंदवाड़ा में कुछ लोग कमलनाथ और नकुल नाथ के लिए जो पोस्टर लगा रहे हैं, वह बेहद ही हास्यप्रद हैं और यह भारतीय जनता पार्टी का काम है. कमलनाथ के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में मध्यप्रदेश की सेवा, गरीबजन की सेवा की है, उससे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार भयभीत हो चुकी है और अभी कोरोना वायरस के समय जिस तरह से निष्क्रिय सरकार साबित हुई है, वे केवल अपनी नाकामी को छुपाने के लिए महान जनसेवक के खिलाफ पोस्टर बाजी करके चंद चाटुकार नेता अपने नाम को चमकाने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार कोरोना वायरस से उपजे संकट को निपटाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लगातार पत्र लिख रहे हैं और जनहित तक लाभ पहुंचाने का प्रयास भी कर रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केवल टीवी पर आकर झूठे आश्वासनों की झड़ी लगा रहे हैं. झूठे आश्वासन और भाषण से गरीब जनता का पेट नहीं भरता और उन तक सुविधाएं नहीं पहुंचती. आज मध्यप्रदेश के अंदर कमलनाथ के नेतृत्व की सरकार होती तो किसी भी गरीब या परिवार को इस कदर संकट का सामना नहीं करना पड़ता.