डिंडोरी।कोरोना वायरस से बचाव और सुरक्षा को लेकर आदेशों के परिपालन में जिला डिंडोरी के जिला आपूर्ति अधिकारी ने 7 विकासखंड में 25 उपार्जन केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए है. गेहूं उपार्जन का कार्य 15 अप्रैल से शुरू कर दिया गया है, लेकिन जिले के कुछ किसान समय पर नही पहुंच पा रहे हैं. कुछ किसानों की गेहूं कटाई देर से शुरू हुई, तो कुछ की गेंहू गहाई का काम अब तक जारी है. वहीं इस वर्ष डिंडौरी जिले को 10 हजार मैट्रिक क्विंटल गेहूं खरीदी का लक्ष्य शासन से मिला है. पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे भी अपने खेत में गेहूं पैकिंग के लिए डटे हुए हैं.
अभी भी किसानों के काम हैं अधूरे, समय पर नहीं बेच पा रहे फसल - wheat harvesting
डिंडोरी के जिला आपूर्ति अधिकारी ने 7 विकासखंड में 25 उपार्जन केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं. वहीं कई किसान समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं, कुछ किसानों की गेहूं कटाई देर से हुई, तो कुछ की अभी जारी है. जिसके चलते किसान समय पर फसल नहीं बेच पा रहे हैं.
शाहपुर गेंहू उपार्जन केंद्र में मैसेज द्वारा सूचना मिलने पर पहुंचने वाले किसानों को सोशल डिस्टेंस के साथ-साथ पहले उनके हाथों को सेनिटाइज करवाया जाता है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके. वहीं शाहपुर क्षेत्र के किसान रामेश्वर प्रसाद दुबे का कहना है कि उनके पास गेहूं उपार्जन के लिए विभाग से मैसेज उनके मोबाइल में आ गए हैं, लेकिन उनके खेत में अभी भी गेंहू की गहाई का कार्य चल रहा है. जिसके चलते वे निर्धारित समय पर नहीं पहुंच पाएंगे. रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि उनके खेत में गेहूं की बुआई देरी से हुई. वहीं नहर से लगे खेत होने से फसल देर से तैयार हुई है.
इसी तरह से अपने खेत पर बोरियों में गेहूं रखवाते मध्यप्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने 10 एकड़ में 50 क्विंटल गेहूं की उपज की है. जिसके लिए उन्हें गेहूं उपार्जन केंद्र से मैसेज के साथ-साथ बोरियां भी मिल गई हैं. ओमप्रकाश धुर्वे ने बताया कि गेहूं उपार्जन केंद्र में कोरोना वायरस के चलते पूरी व्यवस्था पुख्ता की गई हैं. जिससे संक्रमण फैलने का कोई खतरा नहीं है.