डिंडौरी। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय में नियम प्रक्रिया को ताक पर रख कर सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर की भर्ती कर दी गई. वहीं आनन-फानन में की गई नियुक्तियों को अब रद्द कर दिया गया है. जनजातीय कार्य मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
ये है मामला
⦁ पूरा मामला मध्यप्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले का है और जिस विभाग के वे मंत्री हैं, उसी विभाग की करतूत सामने आई है.
⦁ सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर की लगभग 40 नियुक्ति जिले भर में की गई.
⦁ यह आदेश नवंबर 2018 में जारी हुए थे.
⦁ सारा काम पूर्व सहायक आयुक्त नरोत्तम वरकड़े के कार्यकाल में किया गया था.
⦁ नियुक्ति में नियम-कानून को ताक पर रख दिया गया था.
फर्जी डाटा एंट्री की नियुक्ति का हुआ खुलासा सहायक आयुक्त ने 6 जून 2019 को जिले के सभी विकासखंड, शिक्षा अधिकारी और प्राचार्य को एक पत्र जारी किया है. इस पत्र में कहा गया है कि सहायक ग्रेड 03 कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति कार्यालय सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डिंडौरी ने की है. ये नियुक्तियां स्थापना शाखा ने नहीं की है, इसलिए इन कर्मचारियों को संस्था में उपस्थिति नहीं कराने का आदेश दिया गया है.
क्या कहता है नियम
⦁ सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति के लिए नियम के अनुसार संबंधित स्कूलों में प्रस्ताव लिया जाना चाहिए था, जो नहीं लिए गए.
⦁ साथ ही इन प्रस्तावों को कलेक्टर के द्वारा अनुमोदित करवाना आवश्यक था, वह भी नहीं करवाया गया.
जिले के वर्तमान सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके का कहना है कि डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति पूर्व सहायक आयुक्त के कार्यकाल में की गई थी. उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है. इस मामले में मध्यप्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि नियमानुसार जांच कर आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.