डिंडौरी। जिस देश की रक्षा के लिए वीरांगना रानी अवन्ती बाई ने अपने प्राणों को खुशी खुशी न्यौछावर कर दिया था आज उसी रानी अवन्तीबाई का समाधि स्थल उपेक्षा का शिकार हो रहा रहा है. समाधि स्थल पर न कोई सुरक्षा है और किसी अन्य प्रकार की सुविधा.
पर्यटक महेश कुमार सिंह बताते हैं कि यह स्थल उपेक्षा का शिकार हो रहा है. सरकार को चाहिए कि यहां एक सुरक्षा गार्ड, गाइड और अन्य सुविधा की व्यवस्था होनी चाहिए. जिससे यहां आने वाले पयर्टकों को परेशानियां न उठानी पड़े.
प्रदेश सरकार को रानी अवन्ती बाई की कथा को फैलाने के लिए प्रचार प्रसार करना चाहिए. जिससे देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी रानी अवन्ती बाई के बलिदान को जान सके.
मध्यप्रदेश सरकार को इस ओर ध्यान देने की खासी जरुरत है. कमलनाथ सरकार में मंत्री ओमकार सिंह मरकाम डिंडौरी जिले से आते हैं. मंत्री को बालपुर स्थित रानी के समाधि स्थल पयर्टन को बढ़ावा देना चाहिए.
बता दें कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाली वीरांगना रानी अवन्ती बाई बलिदान स्थल डिंडौरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. वीरांगना रानी अवन्ती बाई के बलिदान ने डिंडौरी जिले का नाम रोशन किया है.