डिंडौरी। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने कई बार जिले की सीमा को सील करने का निर्देश जारी किया, साथ ही जिला प्रशासन ने सीमाओं को सील करने के दावे किए, लेकिन तमाम जगहों पर सीमा को सील नहीं किया गया, जिनमें शहपुरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत उमरिया, जबलपुर और मंडला जिले की सीमा पर लोग आसानी ने आते- जाते रहे. ETV BHARAT की खबर के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया. आनन-फानन में अधिकारियों ने जिले की सीमाओं को सील किया.
ETV BHARAT की खबर के बाद जगा प्रशासन, डिंडौरी जिले की सीमाओं को किया गया सील
कलेक्टर के निर्देश के बाद भी डिंडौरी जिले की सीमाओं को सील नहीं किया गया, जिससे लोगों का गांव में आना-जाना लगा रहा. ETV BHARAT की खबर के बाद एसडीओपी ने चेक पोस्ट को लगवाकर सीमाओं को सील करवाया.
बिछिया में रमपुरी, उमरिया मार्ग में धिरवन और जबलपुर मार्ग में ददरगांव में जिले की सीमा का अन्तिम छोर हैं, बिछिया चौकी सहित शहपुरा थाने में पुलिस बल की संख्या कम है, जहां पर सीमाओं को कलेक्टर के आदेशानुसार सील किया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ईटीवी भारत की खबर के बाद एसडीओपी लोकेश मार्को ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जबलपुर मार्ग पर गुरैया, सरहद ददरगांव, उमरिया मार्ग पर रयपुरा, धिरवन और बिछिया के पास चेक पोस्ट को लगवाकर पुख्ता तरीके से जिले की सीमाओं को सील करवाया.