डिंडौरी। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति प्रकाश धुर्वे ने शनिवार को शहपुरा जनपद की ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण किया. टिकरिया, बस्तरा, बरखेड़ा, बरौदी आदि पंचायतों में निरीक्षण के दौरान उन्हें मनरेगा सहित पंच परमेश्वर योजना में बड़ी गड़बड़ियां मिली. साथ ही ग्रामीणों ने जिला पंचायत अध्यक्ष को पंचायत से जुड़ी समस्याओं से भी अवगत कराया. इस दौरान ग्रामीणों ने अलग-अलग शिकायतें भी की. इसके बाद ज्योति धुर्वे ने शहपुरा जनपद के CEO केके रैकवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन जिला पंचायत CEO ने फोन नहीं उठाया. जिस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने सख्त नाराजगी जाहिर की और कहा कि पंचायतों में भारी अनियमितताएं हैं, ग्रामीण भी शिकायत कर रहे हैं और CEO फोन नहीं उठा रहे हैं. कहीं न कहीं उनकी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है. इसके बाद उन्होंने जबलपुर संभाग के कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी से इस मामले की शिकायत करने की बात कही.
पंचायतों के निरीक्षण के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति प्रकाश धुर्वे जनपद कार्यालय पहुंचीं, जहां उन्होंने CEO रैकवार समेत कई अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान CEO को फटकार लगाते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने पंचायतों की गड़बड़ियों के लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए. धुर्वे ने निरीक्षण के दौरान मिली गड़बड़ियों और CEO की भूमिका पर सख्त नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि वह जल्द ही जबलपुर कमिश्नर को पत्र लिखकर CEO की गतिविधियों से अवगत कराएंगी. CEO सहित SDO और इंजीनियर की कार्यशैली भी संदिग्ध है. लापरवाह रोजगार सहायकों और सचिवों के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई की जाएगी.
लापरवाह रोजगार सहायक पर एक्शन की तैयारी
धुर्वे ने टिकरिया पंचायत के डुंगरिया के आवास टोला में जारी मनरेगा कार्यों का निरीक्षण किया, यहां उन्हें मजदूरों को कम भुगतान, मास्क व सैनिटाइजर की अनुपलब्धता, पेंशन नहीं मिलने, राशन वितरण में लापरवाही आदि की शिकायत मिली. उन्होंने ग्रामीणों को ग्राम रोजगार सहायक के विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिपं अध्यक्ष ने मजदूरों से कहा कि अगर उन्हें सरकारी नियम के मुताबिक 190 रुपए/दिन के हिसाब से भुगतान नहीं मिलता तो वह सीधे जिपं अध्यक्ष कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.