डिंडौरी। आदिवासी जिला डिंडौरी में सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब लोगों के लिए किस तरह की चुनौती बनता ही जा रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण है अमरपुर जनपद मुख्यालय का अमदरी टोला. जहां रहने वाली गरीब कल्याणी सुमत्री बाई के लिए केंद्र सरकार की PM आवास योजना के तहत जो घर मिलना था, महज अब एक सपना बनकर रह गया है.
आवास को तरस रही कल्याणी सुमत्री बाई सुमत्री बाई का कच्चा मकान धराशायी होने के बाद वो पन्नी और साड़ी के सहारे बनी झोपड़ी में कड़ाके की ठंड में अपने दो बच्चों के साथ रहने को मजबूर है, लेकिन आवास की मांग करने के बाद भी जरूरतमंद सुमत्री बाई को आवास का अब तक लाभ नहीं मिला है.
कल्याणी सुमत्री बाई ने बताया कि बारिश के दौरान उसका मकान गिर गया था. जिसके बाद से वो अपने दो बच्चों के साथ तिरपाल लगाकर रह रही है. सुमत्री बाई के पति की मौत लगभग 6 साल पहले हुई थी. जिसके बाद से वो अकेली ही किसी तरह बच्चों के साथ गुजर-बसर कर रही है. वहीं बीते साल की बारिश में उसका मकान भी गिर गया, जिसके बाद उसके सामने और मुश्किलें आ खड़ी हुई हैं. ऐसा नहीं कि उसने पंचायत से गुहार नहीं लगाई, लेकिन योजना का लाभ मिलने की उम्मीद उसे दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है.
तिरपाल में गुजर-बसर करती है कल्याणी सुमत्री बाई जब गरीब कल्याणी सुमत्री बाई के मामले में महिला जनपद अध्यक्ष अमरपुर मल्ली बाई से बात की गई, तो उल्टा वे अपनी पीड़ा बताते हुए जिम्मेदार जनपद पंचायत के अधिकारियों पर बरस पड़ीं. मल्ली बाई ने कहा कि गरीबों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है, इसलिए ऐसे अधिकारियों को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं.
अध्यक्ष मल्ली बाई का आरोप है कि गरीब कल्याणी महिला सुमत्री बाई की मदद के लिए उन्होंने जनपद और खंड के अधिकारियों से कहा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई. ऐसे में सरकार ही कुछ करे, ताकि गरीब का कुछ भला हो सके.