डिंडौरी। नगर परिषद के अध्यक्ष पंकज तेकाम सहित एक युवक को डेंगू की चपेट में आने से जिले में हड़कंप मच गया है. दोनों का इलाज जबलपुर में जारी है. वहीं जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि डेंगू के एक भी मरीज नहीं है और जो प्राइवेट इलाज करवा रहे हैं उनके वार्डो में विभाग कार्रवाई कर रहा है. डेंगू के मरीज मिलने से लोगों में भय का माहौल है. वहीं नगर परिषद के उपाध्यक्ष ने जिला प्रशासन से युद्ध स्तर पर डेंगू से निपटने की मांग की है.
डिंडौरी: डेंगू की चपेट नगर परिषद अध्यक्ष, मलेरिया अधिकारी के दावों की खुली पोल
नगर परिषद के अध्यक्ष पंकज तेकाम के डेंगू की चपेट में आने से जिले में हड़कंप मच गया है, इसके साथ ही मलेरिया अधिकारी के दावों की पोल खुद गई है.
नगर परिषद उपाध्यक्ष महेश पारासर का कहना है कि दशहरा के दिन से नगर परिषद अध्यक्ष पंकज तेकाम को बुखार और कमजोरी महसूस हो रही थी. जिसके बाद उनका ब्लड टेस्ट कराया गया. जहां डेंगू की पुष्ठि हुई. जिसके बाद पंकज तेकाम को जबलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. नगर परिषद का कहना है कि डेंगू से बचने के लिए वार्डों में दवाओं का छिड़काव करवाया जा रहा है.
जिला अस्पताल के मलेरिया अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने जिले भर से 66 मरीजों की पुष्टि की, लेकिन उनका कहना है कि डेंगू और चिकिन गुनिया से पीड़ित एक भी मरीज जिले में नहीं है. जो मरीज पाए गए हैं वे जिले के बाहर से बीमार होकर आए हैं . वहीं दोनों डेंगू से मरीजों के वार्डों में सर्वे करवाया गया है. जहां एक भी डेंगू का मरीज नहीं मिला. लेकिन फिर भी डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त दवाइयां हैं, जिनमें पायरेथ्रम और केमेफास है साथ ही टीम मौजूद है.