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स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगाता भ्रष्टाचार, खुले में शौंच को मजबूर लोग - शिकायत लेकिन नहीं हुई कार्रवाई

स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार हर घर में शौचालय के लिए करोड़ों रूपए की राशि खर्च कर रही है. लेकिन सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार और अधिकारियों के लापरवाही भरे रवैये के चलते लोग खुले में शौंच को मजबूर हैं.

स्वच्छ भारत मिशन

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Published : Oct 3, 2019, 3:38 PM IST

डिंडौरी। भारत सरकार स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन जैसी कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. लेकिन डिंडौरी में सरकार की कोशिशों के ऊपर अधिकारियों की लापरवाही भारी पड़ रही है. सरपंच, सचिव और अधिकारियों के लापरवाही भरे रवैये के चलते ग्रामीणों को खुले में शौच करने के लिए विवश होना पड़ रहा है.

डिंडौरी में खुले में शौंच को मजबूर लोग

जनपद पंचायत शहपुरा के ग्राम पंचायत कंचनपुर माल में शौचालय निर्माण में भारी लापरवाही और घोटाला सामने आया है. यहां किसी के यहां अधूरा शौचालय बना है तो कहीं गुणवत्ताहीन और घटिया तरीके से काम किया गया है. कहीं को केवल गड्ढे ही खोदकर रख दिए गए हैं.

वहीं कई हितग्राहियों ने तो कर्ज लेकर शौचालय निर्माण कराया है. जिसकी राशि उन्हें अभी तक नहीं दी गई है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जनपद पंचायत शहपुरा के सीईओ और सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर की है, लेकिन सरपंच और सचिव पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

कई बार की शिकायत लेकिन नहीं हुई कार्रवाई

ग्रामीण हिल्लू बनवासी ने बताया कि उसका शौचालय तो बनवा दिया गया लेकिन आज तक शौचालय की राशि उसे नहीं मिली. शौचालय भी आधा अधूरा बनाया गया है. वहीं ग्रामीण राधेश्याम साहू का कहना है कि उसके यहां बस गड्ढा खोद दिया गया लेकिन आज तक शौचालय नहीं बनाया गया. जिससे उन्हें परिवार सहित खुले में शौच करने जाना पड़ता है.

ग्रामीण टूमलाल साहू का कहना है कि उनके यहां तो शौचालय बने ही नहीं और न कोई राशि आई. उन्होंने इसकी शिकायत सरपंच, सचिव से लेकर अधिकारियों से कई बार की लेकिन समस्या अभी जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों ने ईटीवी भारत के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि उनके गांव में सभी घरों में शौचालय निर्माण करवाया जाए.

स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार हर घर में शौचालय के लिए राशि देती है. लेकिन ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगों को यह राशि नहीं देते जिससे स्वच्छता अभियान पर पलीता लग रहा है. शहपुरा तहसील के कई गांवों में लोग अभी भी खुले में शौच करने को मजबूर हैं.

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