डिंडौरी।कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आदिवासी विकास विभाग और शिक्षा विभाग के विभागीय कार्यो की समीक्षा की. जहां कलेक्टर ने शैक्षणिक गतिविधियों में लापरावाही बरतने वाले दस शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए हैं. बीआरसीओं के द्वारा बताया गया कि शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को बार-बार निर्देश देने के बावजूद भी वे लगातार अनुपस्थित रह. कलेक्टर ने शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की इस प्रकार की कार्यप्रणाली को गंभीरता से लेते हुए 45 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को निलंबित और 10 शिक्षक-शिक्षिकाओं की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए हैं.
लापरवाही बरतने पर डिंडौरी कलेक्टर सख्त, दस शिक्षकों की सेवा समाप्ति के दिए निर्देश
डिंडौरी कलेक्टर ने में विभागीय कार्यो में लापरवाही बरतने पर दस टीचरों की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि इन टीचरों ने विभाग के कामों में लापरवाही बरती है.
कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों को नियमित रूप से समूहों के माध्यम से अध्यापन कार्य कराया जाए. अध्यापन कार्य का बीआरसी और बीएसी के द्वारा लगातार मॉनिटिरिंग की जाए. उन्होंने कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं, 12वीं और छात्रावासों एवं आश्रम शालाओं में विद्यार्थियों के प्रवेश के संबंध में भी जानकारी ली है. जिले में हमारा घर हमारा विद्यालय अभियान के अंतर्गत होम विजिट कर विद्यार्थियों को समूहों में अध्यापन करने के लिए प्रेरित किया जायेगा. विद्यार्थियों को अध्यापन कार्य के लिए सोशल मीडिया से जोडना होगा और अध्यापन कार्य की फोटो भी अपलोड करना होगा. जिले में 33 हजार 636 विद्यार्थियों को व्हॉट्सअप में जोड लिया गया है और अध्यापन कार्य शुरु है.
कलेक्टर ने सहायक यंत्री सर्व शिक्षा अभियान को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. उन्हें उक्त नोटिस निर्माण कार्यो में लापरवाही बरतने के कारण दिया जा रहा है. सहायक यंत्री की एक वेतन वृद्धि भी रोकी जायेगी. उन्होंने इसके बाद आदिवासी विकास विभाग में लंबित पेंशन प्रकरणों की समीक्षा की और सभी पेंशन प्रकरणों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए है.