डिंडौरी।प्रदेश में पीडीएस प्रणाली के तहत गरीब परिवारों को उचित मूल्य दुकानों से सस्ते दाम में राशन दिया जाता है, लेकिन जिले की ग्राम पंचायत देवरी माल के पोषक ग्राम छपरा माल के 50 परिवार राशन पाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पात्रता पर्ची नहीं मिलने से गांव के 50 परिवारों को बाजार से महंगे दामों में राशन खरीदना पड़ रहा है. जिसे लेकर छपरा माल के 50 परिवार कलेक्टर से गुहार लगाने कलेक्ट्रेट पहुंचे और राशन दिलाने की मांग की.
पात्रता पर्ची के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे 50 परिवार, नहीं हो रही सुनवाई - Forced to visit government offices
डिंडौरी जिले के करीब 50 परिवार गुरुवार को अपनी समस्या लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने पात्रता पर्ची नहीं बनने से राशन नहीं मिलने की शिकायत की.

सरकार की जनकल्याणकारी योजना प्रदेश भर में संचालित है. उन्ही में से एक है पीडीएस प्रणाली जो शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए बनाई गई है. सरकार की मंशा है कि प्रदेश में हर गरीब तबके को इस योजना का लाभ मिले, लेकिन डिंडौरी के ग्राम पंचायत देवरी माल के पोषक ग्राम छपरा माल में रहने वाला 50 परिवार पेट की आग बुझाने के लिए सस्ते राशन के लिए सालों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. ग्रामीणों ने देवरी माल पंचायत के सरपंच और सचिव पर आरोप लगाया है वे उन्हें पात्रता पर्ची नहीं दे रहे हैं. जिसके चलते गरीब होने के बाद भी उन्हें महंगे दामों पर राशन लेने को मजबूर होना पड़ रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारी आरएम सिंह ने ग्रामीणों की शिकायत पर सचिव को मार्क कर वास्तविक परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही पात्र होने पर पोर्टल पर नाम चढ़ाने को कहा है. ताकि, गरीब परिवारों को राशन सस्ते दामों पर मिल सके.