धार। कोरोना संकट के बीच में प्रदेश सरकार ने शराब दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया है. जिसको लेकर पूर्व वन मंत्री उमंग सिंघार ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि शिवराज कैसे नर्मदा पुत्र हैं. उन्हें मजदूरों की चिंता करनी चाहिए, उनके पेट की चिंता होना चाहिए. लेकिन शिवराज शराब की दुकान खोलकर खजाने की चिंता कर रहे हैं.
मजदूरों की चिंता छोड़ खजाने की चिंता कर रहे शिवराज- उमंग सिंघार - government tension for labour
प्रदेश सरकार ने कोरोना संकट के बीच शराब दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया है. जिसको लेकर पूर्व वन मंत्री उमंग सिंघार ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि शिवराज को मजदूरों की चिंता करनी चाहिए लेकिन वे शराब की दुकान खोलकर खजाने की चिंता कर रहे हैं.
सिंघार ने कहा कि कोरोना की इस मुश्किल घड़ी में सरकार ने शराब की दुकान खोलने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन मजदूरों का क्या होगा. सरकार ने बाहर फंसे चुनिंदा मजदूरों को तो पैसा दे दिया लेकिन प्रदेश के अंदर फंसे लाखों मजदूरों के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं है.
बता दें कि सरकार ने रेड जोन और कंटेनमेंंट क्षेत्र को छोड़कर बाकी जगहों पर 4 मई से शराब की दुकान खोलने की अनुमति दे दी है. सरकार के इस फैसले को लेकर उमंग सिंघार हमलावर हो गए हैं. उन्होंंने सरकार पर मजदूरों की अनदेखी का आरोप लगाया है.