धार। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत धार जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में महिलाओं को मुर्गी पालन और बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं को मुर्गी पालन और बकरी पालन के गुर सिखाए गए. यहां बताया गया कि कैसे मुर्गी पालन कर पोल्ट्री फार्म से अच्छी आमदनी की जा सकती है. महिलाओं ट्रेनिंग के दौरान इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिया गया मुर्गी और बकरी पालन का प्रशिक्षण - poultry Training for women in Dhar
धार जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुर्गी पालन और बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया गया इस दौरान करीब 50 से ज्यादा महिलाएं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुई.
![महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिया गया मुर्गी और बकरी पालन का प्रशिक्षण Women training](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9457058-990-9457058-1604672006367.jpg)
प्रशिक्षण पाने के लिए धार जिले के अलग-अलग हिस्सों से 50 से अधिक महिलाएं धार कृषि विज्ञान केंद्र पहुंची, जहां पर उन्हें ऑनलाइन प्रशिक्षण के साथ में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक केएस किराड़ ने प्रशिक्षण दिया. ट्रेनिंग में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और वैज्ञानिकों, जानकारों के द्वारा मुर्गी पालन और बकरी पालन को लेकर दी गई जानकारियों को बेहतर तरीके से समझा और भविष्य में बकरी और मुर्गी पालन करने का निर्णय लेकर बड़ा मुनाफा कमाने की योजनाएं बनाई.
धार कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक केएस किराड़ ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुर्गी और बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया गया, यदि महिलाएं मुर्गी और बकरी पालन करती हैं, तो निश्चित ही आने वाले समय में उन्हें बढ़ा मुनाफा होगा और वह आत्मनिर्भर बन सकती हैं और अपने साथ-साथ अपने परिवार का भी पालन पोषण कर सकती हैं.