धार। प्रदेश का किसान इस समय मौसम की मार झेल रहा है. इस बार जिले के किसानों ने बड़ी उम्मीदों के साथ अपने खेतों में मक्का, कपास और सोयाबीन की फसलें तैयार की, लेकिन फसल की कटाई से ठीक पहले अन्नदाताओं को एक बड़ा झटका लगा है. तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है. सोयाबीन की फसल खेतों में जलभराव होने की वजह से खराब हो गई. वहीं मक्का की फसल खेतों में नीचे गिरने की स्थिति में आ गई है, कपास लगातार हो रही बारिश में गीला होने के बाद सड़कर खराब हो रहा है.
बारिश से सोयाबीन, मक्का और कपास की फसल बर्बाद कड़ी मेहनत से तैयार की गई अपनी फसल को बर्बाद होता देख किसान सहम गया है और अब वो सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगा रहा है. इस पूरे मामले में प्रदेश सरकार के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल अन्नदाताओं की हर संभव मदद करने का आश्वासन दे रहे हैं.
सोयाबीन की फसल सड़कर हुई खराब
ग्राम मुंडला के किसान आकाश बारिया ने बताया कि पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश से खेतों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे सोयाबीन की फसल सड़कर खराब हो गई है. सोयाबीन के दानों में नया अंकुरण होने लग गया है, जिससे अब सोयाबीन की फसलों को खेत में से उखाड़ कर फेंकना पड़ेगा. लगातार हो रही बारिश ने किसान आकाश बारिया की सोयाबीन की फसल को पूरे तरीके से बर्बाद कर दिया है, वो चाहता है कि उसका जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई सरकार करे.
कपास की फसल बारिश में हुई गीली
ग्राम मुंडला में कपास की खेती करने वाले किसान सोहन ओसारी और गज्जू बारिया ने बताया कि एक-एक पैसा बचाकर उन्होंने कपास कि फसल के लिए उसका बीज खरीदा, फिर खेत में कपास की फसल तैयार की, बस खेतों में कपास की बिनाई शुरू होना ही थी कि बारिश का दौर शुरू हो गया. जिससे कपास की तैयार फसल पूरी तरीके से बारिश में भीग गई. कपास गीला होने की वजह से सड़कर खराब हो गया, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है.
कैबिनेट मंत्री ने दिया मदद का भरोसा
बारिश की वजह से धार के किसानों की मक्का, सोयाबीन और कपास की फसलें बर्बाद हुईं. इसको लेकर पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने मदद का भरोसा दिया है. उनका कहना है कि निश्चित ही पिछले 3 दिनों से धार और आसपास के जिलों में बारिश हो रही है, जिससे किसानों की तैयार फसलें सड़कर खेतों में खराब हो गई हैं, धार कलेक्टर और प्रदेश सरकार को किसानों की इस समस्या से अवगत करा दिया गया है, प्रदेश सरकार की ओर से जो भी किसानों को मदद हो सकेगी, वो सरकार करेगी. प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के किसानों के साथ हैं, वो किसानों की हर परेशानी को दूर करेंगे.
प्रदेश का अन्नदाता जैसे-तैसे कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन की मार झेल कर आगे बढ़ा था, लेकिन कुदरत के कहर ने एक बार फिर से झटका दिया है. शायद यही वजह है कि बारिश की वजह से कपास, मक्का, सोयाबीन की फसलें खराब हो गई हैं.