धार। एक तरफ सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं चला जा रही हैं. लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से वन माफिया हरे-भरे पेड़ों को धड़ल्ले से काट रहे हैं. ऐसा ही मामला मनावर तहसील में सामने आया है. जहां शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार ने लकड़ी से भरा एक ट्रक पकड़ा, लेकिन ड्राइवर ने दस्तावेज दिखाए जिसमें कुक्षी के नायब तहसीलदार से परमिशन लेने की बात कही. मजबूरन ट्रक को छोड़ना पड़ा.
धड़ल्ले से हो रही है हरे पेड़ों की कटाई. परमिशन देने में पीछे नहीं हैं अधिकारी
धार जिले की मनावर तहसील में तहसीलदार ने एक लकड़ी से भरा ट्रक पकड़ा. लेकिन ट्रक ड्राइवर के पास कुक्षी के नायब तहसीदार की तरफ से जारी किया गया पेड़ों को काटने का परमिशन था. जिसके चलते ट्रक को छोड़ दिया गया.
अधिकारियों ने दी हरे-भरे पेड़ों को काटने की परमिशन
बताया जा रहा है कि, ट्रक में जो लकड़ी थी. उसके लिए हरे-भरे नीम के पेड़ों को काटा गया था. तहसीलदार सीएस धारवे से जब ये सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि ट्रक ड्राइवर के पास कुक्षी तहसीदार की परमिशन है. ऐसे में वे कुछ नहीं कर सकते. ये उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है. ये सवाल उठ रहे हैं कि कुक्षी नायब तहसीलदार ने पर्यावरण संरक्षण नियमों को ताक पर रखकर हरे- भरे पेड़ों को काटने की परमिशन कैसे दे दिया.