धार। मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले दोनों ही प्रमुख पार्टियों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. वहीं आदिवासियों के सम्मान को लेकर पूर्व एवं वर्तमान मंत्री में जुबानी जंग भी शुरु हो गई है. पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने आरोप लगाया है कि दत्तीगांव परिवार ने आदिवासियों के साथ छल किया है.
पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल-मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव धार जिले की बदनावर विधानसभा सीट में उपचुनाव होना है. इसे लेकर पूर्व मंत्री और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के बीच आदिवासियों को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई है, इस जुबानी जंग का नतीजा क्या आएगा ये तो उपचुनाव के परिणाम से ही पता चलेगा, फिलहाल दोनों ही नेता एक-दूसरे पर हमलावर हो गए हैं.
क्या है मामला-
पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी बघेल ने बदनावर विधानसभा के ग्राम बिडवाल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं बदनावर के पूर्व विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और उनके परिवार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि जो व्यक्ति दत्तीगांव में रहता है, उसको बदनावर कि चिंता क्या होगी, बदनावर के दर्द को क्या समझेगा, इस परिवार ने कभी भी आदिवासियों का भला नहीं किया. हमेशा उनका शोषण ही किया है, मैं तो कितनी बार उनके घर गया हूं, मैंने देखा है, वो कैसे आदिवासी समाज के लोगों को जमीन पर बैठा कर बात करते थे और आज भी ऐसा ही होता है.
मंत्री दत्तीगांव का जवाब-
मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने पूर्व मंत्री के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है, मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि उन्होंने आदिवासी समाज के दिनेश गिरवाल को 2018-19 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से सांसद का टिकट दिलवाया और जब वो कुक्षी प्रचार के लिए गए तो तत्कालीन कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी बघेल ने कुक्षी में दिनेश गिरवाल के चुनाव प्रचार के लिए कीमत मांगी. आज ये बात पहले कह रहा हूं, वो मेरे पर क्या आरोप लगाएंगे, मेरे दत्तीगांव में केवल मेरा एक ही सामान्य परिवार रहता है, बाकी सभी आदिवासी हैं. चुनाव में प्रचार करने भी नहीं जाऊंगा तब भी आदिवासी वोट मुझे ही देता है.