धार। पर्यटन नगरी धार के बदनावर में नर्मदा माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना को लेकर कांग्रेस-बीजेपी में सियासत तेज हो गई है. इस सिंचाई परियोजना को लेकर दोनों दल में श्रेय लेने को लेकर होड़ मच गई है. तत्कालीन सरकार में मंत्री रह चुके सुरेंद्र सिंह बघेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है.
15 साल तक किसानों की सिर्फ उपेक्षा- पूर्व मंत्री पूर्व मंत्री बघेल ने कहा कि 1604 करोड़ की लागत से नर्मदा परियोजना बदनावर के लिए स्वीकृत हुई है. वह कमलनाथ सरकार की देन थी. कांग्रेस सरकार के शासनकाल में इस योजना के टेंडर पास कराए गए थे. सुरेंद्र सिंह बघेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव पर श्रेय लेने का झूठा आरोप लगाया है.
पूर्व मंत्री के मुताबिक नर्मदा माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना 2019 में स्वीकृत हुई है. उस समय प्रदेश में कमलनाथ की सरकार थी. इस महत्वपूर्ण योजना को लाने का श्रेय पूर्व सीएम कमलनाथ का है. सुरेंद्र सिंह बघेल से जब 2016 में सीएम शिवराज के कोटेश्वर दौरे के दौरान इस योजना की घोषणा के बारे में पूछा गया तो सुरेंद्र बघेल ने कहा कि शिवराज घोषणा वीर हैं.
बदनावर के किसानों की 15 साल में हुई उपेक्षा
पूर्व मंत्री ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के 15 साल की सरकार में बदनावर के किसान लगातार उपेक्षा के शिकार हुए हैं. इस क्षेत्र के किसान सिर्फ विनती करते रहे, निवेदन करते रहे और आवेदन देते रहे लेकिन उनकी समस्या का कहीं भी समाधान नहीं हुआ. पूर्व मंत्री के मुताबिक मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के लिए कोई काम नहीं किया है.