धार। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण की वजह से इन दिनों देश में लॉकडाउन है, जिसकी वजह से कोयले का आयात और निर्यात नहीं हो पा रहा. इसका सीधा असर ईंट उद्योग पर पड़ रहा है. ईंट उद्योग से जुड़े लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. दरअसल कोयले की जरूरत के हिसाब से मांग पूरी नहीं होने के चलते ईंट बनाने का काम पूरी तरह से बंद हो चुका है. कोयले की मांग को मद्देनजर रखते हुए अगर प्रशासन आयात की व्यवस्था सुनिश्चित कर दे, तो ईंट बनाने का उद्योग फिर से दौड़ पड़ेगा.
लॉकडाउन में कोयले के आयात-निर्यात पर लगी रोक, ईंट उद्योग को हो रहा भारी नुकसान - कोरोना वायरस
लॉकडाउन की वजह से कोयले के आयात निर्यात पर इन दिनों रोक लगी हुई है, जिसकी वजह से ईंट उद्योग को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. इस उद्योग से जुड़े हुए लोगों ने पीएम मोदी से अपील की है कि उन्हें दूसरे प्रदेशों से कोयला आयत करने की छूट दी जाए.
लॉकडाउन में ईट बनाने वाले व्यापारियों को हो रहा नुकसान
ईट बनाने वाले व्यापारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोयले को दूसरे प्रदेशों से मध्यप्रदेश में आयात करवाने की मांग की है. कोयला नहीं होने से बड़ी संख्या में मिट्टी से बनी हुई कच्ची ईंट टूटने कि कगार पर आ गईं हैं, यदि समय रहते इन ईंटों को पकाने के लिए कोयला नहीं मिला, तो कच्ची ईंटें टूट कर बिखर जाएंगी. जिससे बड़ा आर्थिक नुकसान होगा.
Last Updated : Apr 20, 2020, 12:00 PM IST