धार। सरदार सरोवर बांध के कारण मध्यप्रदेश के धार,बड़वानी, खरगोन और अलीराजपुर जिले के 192 गांव और धरमपुरी शहर डूब प्रभावित हैं. डूब प्रभावित कई गांव सरकार की लापरवाही से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. जिले के करोंदिया गांव में सुरक्षा की दृष्टि से पिछले एक महींने से बिजली काट दी गई है. जिससे यहां के लोग परेशान है.
डूब प्रभावित होने के बाद भी नहीं मिला रहा मुआवजा करोंदिया गांव में 335 परिवार निवास कर रहे थे. उन 335 परिवारों में 65 परिवार को छोड़कर सभी को डूब प्रभावित मानकर उनका आदर्श पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ दे दिया है. लेकिन जिन 65 परिवारों को डूब प्रभावित नहीं माना गया. वे भी करोंदिया गांव में ही रहने को मजबूर हैं.
बांध के गेट बंद होने के चलते हैं नर्मदा का वाटर लेवल अब धीरे-धीरे डूब प्रभावित क्षेत्र के गांव में आ रहा है. जिससे गांव धीरे-धीरे टापू में तब्दील हो गया है. पर इन 65 परिवारों को छोड़कर सभी लोग पुनर्वास राहत केंद्रों और पुनर्वास स्थलों पर विस्थापित हो चुके हैं. जिसके बाद शासन ने सुरक्षा की दृष्टि से करोंदिया गांव की लाइट पिछले एक महीनें से काट दी है.
इस पर गांव में रह रहे लोगों ने बताया कि लाइट नहीं होने के चलते रात भर अंधेरे में ही रहना पड़ता है. घर का काम चिमनी की रोशनी में करना पड़ता हैं बच्चे भी लाइट नहीं होने के चलते परेशान है शासन हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है.
इस समस्या पर नर्मदा घाटी एवं विकास प्राधिकरण मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि सरदार सरोवर बांध से डूब प्रभावित क्षेत्र के लोगों कि हम हर संभव मदद कर रहे हैं. हम उनके साथ में हैं, डूब के कारण जो क्षेत्र टापू में तब्दील हुए हैं वहां लाइट जरूर काट दी गई है हम उन गांव के लोग कि जल्द से जल्द मदद करने का काम करेंगे.