देवास। लॉकडाउन को लेकर जिला प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वह अपने घरों में रहकर ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकते हैं, जबकि लोग प्रशासन की अपील को ध्यान में रखते हुए अपने घरों में ही रह रहे हैं और जिला प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं, लेकिन देवास में राशन और राशन कार्ड में करेक्शन को लेकर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे करें, जब उन्हें कोरोना से पहले भूख मारने पर आमादा है.
जब भूख से ही मरना है तो कोरोना से क्या डरना? - die due to hunger
देवास में राशन के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हितग्राहियों का आरोप है कि जो पात्र हैं, उनको तो राशन नहीं मिल रहा है, लेकिन अपात्रों को आसानी से राशन मिल जा रहा है.
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देवास के शासकीय कार्यालय में राशन की दुकान पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. दूसरी बात ये है कि लाइन में लगे लोगों को राशन नहीं मिल रहा है. हितग्राहियों का आरोप है कि जो पात्र लोग हैं, उनको तो राशन नहीं मिल रहा है, लेकिन अपात्र लोगों को आसानी से राशन की दुकान से राशन दिया जा रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों का मानना है कि जब भूख से मर रहे हैं तो फिर कोरोना से क्या डरना. हितग्राहियों को खाना को नहीं मिल रहा है. वे कहते हैं कि जब भूख से ही मर जाएंगे तो कोरोना बीमारी से क्यों डरें. खाद्य विभाग के अधिकारी भी इनकी समस्या पर खामोश हैं.