देवास। जिले में समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदी गेहूं की उपज खुले आसमान के नीचे रखी गई है. यहां से परिवहन की रफ्तार धीमी होने की वजह से उपज खुले में ही पड़ी हुई है. जिस पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है. सोमवार को अचानक बारिश शुरू होते ही प्रशासन ने गेहूं को कवर करने का प्रयास किया. लेकिन संसाधन की कमी के कारण पूरा गेहूं नहींं ढका जा सका. ऐसे में बारिश हो गई तो हजारों क्विंटल गेहूं खराब हो सकता है.
देवास जिले में खरीदी केंद्र पर खुले में पड़ा गेहूं, बारिश से खराब होने का खतरा - Wheat lying in the open due to slow transportation speed
देवास जिले में समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदी गेहूं की उपज खुले आसमान के नीचे रखी गई है. यहां से परिवहन की रफ्तार धीमी होने की वजह से उपज खुले में ही पड़ी हुई है. जिस पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है.
![देवास जिले में खरीदी केंद्र पर खुले में पड़ा गेहूं, बारिश से खराब होने का खतरा Wheat lying in the open in the agricultural produce market complex of Dewas district](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7438160-360-7438160-1591033666371.jpg)
दरअसल, देवास जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदा गया हजारों क्विंटल गेहूं कृषि उपज मंडी परिसर में खुले में पड़ा हुआ है. प्रतिदिन बारिश का मौसम बन रहा है. बारिश होने पर हजारों क्विंटल गेहूं खराब होने की संभावना है. परिवहन धीमा होने के कारण करीब 18 हजार क्विंटल गेहूं खुले परिसर में ही रखा हुआ है. सोमवार को अचानक मौसम बारिश जैसा होता देख प्रशासन ने गेहूं को कवर करने का प्रयास किया. लेकिन संसाधन की कमी के कारण पूरा गेहूं कवर नहीं हो पाया. अगर ऐसे में बारिश हो गई तो हजारों क्विंटल गेहूं खराब हो सकता है.
बारिश के मौसम को देखते हुए तहसीलदार सुभाष सोनेरे एवं नायब तहसीलदार अनिता बरेठा ने कृषि उपज मंडी में पहुंचकर खुले में पड़े गेहूं को कवर करने का आदेश दिया. इसके बाद गेहूं को कवर करने का प्रयास किया गया.