देवास।पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है. सरकार गरीबों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लाख दावे करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. मामला कन्नौद जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत पीपल्दा का है. जहां ग्रामीणों ने पंचायतकर्मियों पर पीएम आवास को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. जिसको लेकर कन्नौद एसडीएम और जनपद सीईओ प्रभांशु कुमार सिंह से जांच की मांग की है.
ग्रामीणों ने पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार करने का लगाया आरोप, जनपद सीईओ से की कार्रवाई की मांग - dewas news
देवास में ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार करने का सरपंच औक सचिव पर आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि पात्र हितग्राहियों के बजाए सरपंच और सचिव ने आपात्रों को लाभ पहुंचा है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने जनपद सीईओ प्रभांशु कुमार सिंह से कार्रवाई की मांग की है.
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ग्रामीणों का कहना है कि गरीब और जरूरतमंद परिवार आज भी झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं और पंचायत कर्मियों ने गरीबों का हक दबंगों को दे दिया है. इसकी जांच की मांग को लेकर पीपल्दा के ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में आवेदन दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत पीपल्दा में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हम लोगों ने काफी समय से आवेदन दे रखा है, लेकिन हमारी जगह पर सरपंच और सचिव द्वारा जिला पंचायत सदस्य के परिवार को लाभ दिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि एक ही परिवार के कारीब 8 सदस्यों को प्रधानमंत्री आवास आवंटित किया गया है. ग्रामीणों ने शासन की योजना में हो रही धांधली की जांच करने की मांग की है.
इस संबंध में कन्नौद जनपद सीईओ प्रभांशु कुमार सिंह का कहना है कि वर्ष 2018 में पीएम आवास में नाम जोड़ने को लेकर सर्वे किया गया था. उस समय एप के माध्यम से सर्वे किया था. जिन लोगों का सर्वे पहले हुआ उनका नाम पीएम आवास सूची में प्रदर्शित होने लगा और बाद में एप में तकनीकी खराबी के चलते कुछ लोगों के नाम प्रदर्शित नहीं हुए. जिसके कारण ऐसी स्थिति बनी है, जो लोग शिकायत लेकर आये थे उनके नाम भी पीएम आवास सूची में जोड़ा जा रहा है.