देवास। अमृता योजना के तहत शहर में पानी सप्लाई के लिए बन रही टंकियों की गुणवत्ता का निरीक्षण करने पार्षद रूपेश वर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने पाया कि बन रही टंकियां गुणवत्ताहीन हैं जिसके बाद उन्होंने टंकी के निर्माण कार्य को रुकवाया और मटेरियल को जांच के लिए लैब भिजवाया.
अमृता योजना के तहत बन रही टंकियां गुणवत्ताहीन, पार्षद ने काम रुकवा कर दिए जांच से निर्देश - water tank construction
शहर में पानी सप्लाई के लिए बन रही टंकियों को गुणवत्ताहीन पाए जाने के बाद नगर पार्षद ने निर्माण कार्य रुकवा दिया है और मटेरियल को जांच के लिए लैब पहुंचा दिया है.
![अमृता योजना के तहत बन रही टंकियां गुणवत्ताहीन, पार्षद ने काम रुकवा कर दिए जांच से निर्देश](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5152342-thumbnail-3x2-img.jpg)
निगम की और से अमृत योजना के तहत जलप्रदाय हेतु 15 सौ लीटर की 7 वार्डो में 7 टंकियों का निर्माण कार्य किया जा रहा है. इन पानी की टंकियों से वार्डों में पानी सप्लाई किया जाएगा, जिससे वार्ड के रहवासियों को पानी की समस्या से निजात मिल सकती है. इस प्रकार की टंकियों के निर्माण के लिए निगम ने ठेका पद्धति से जैनको बिल्डकॉन प्रा.लि. कंपनी नईदिल्ली को ठेका दिया है.
इस कंपनी के द्वारा किए जा रहे कार्य को देखने के लिए पार्षद रूपेश वर्मा मंगलवार शाम को पहुंचे, जहां उन्होंने मटेरियल की पड़ताल की, जहां पाया गया की मटेरियल गुणवत्ताहीन है. उन्होने मौका पंचनाम बनाकर कार्य को रूकवाया. इसके साथ ही जिन वार्डों में टंकी का निर्माण कार्य चल रहा है वहां पर कार्य को रूकवाया गया.