देवास। कोराना महामारी से बचाव के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन ने मॉकड्रिल की, जिसमें बताया गया कि अगर कोई कोरोना का संदिग्ध मरीज आता है तो उसका उपचार कैसे करना है. स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
कोरोना पीड़ित मरीजों के इलाज का खास इंतजाम, स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट - कोरोना महामारी
कोराना महामारी से बचाव के लिए जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने मॉक ड्रिल की. जिसमें बताया गया कि अगर कोई कोरोना का संदिग्ध मरीज आता है तो उसका उपचार कैसे करना है.
स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि जैसे ही एम्बुलेंस अस्पताल में पहुंची, उसके बाद फौरन स्टाफ मरीज को स्ट्रेचर पर रखकर उसे उपचार के लिए इंफेक्शन डिसीज कंट्रोल वार्ड में ले गए, जहां मरीज का उपचार कैसे किया जाता है ये बताया गया. नोडल अधिकारी अतुल पवनिकर के मुताबिक मरीज को बगैर छुए कैसे उपचार करना है व कैसे उसका परीक्षण करना है, इसकी जानकारी दी गई.
कोरोना वायरस को लेकर देश भर में अलर्ट जारी है. देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 500 के पार हो चुकी है, ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारों ने लॉकडाउन का ऐलान किया है, जबकि कई शहरों में कर्फ्यू भी लगाया गया है.