देवास। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार देवास जिले में वन विभाग द्वारा 20 मई से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य आरंभ हो जाएगा. ये कार्य 30 मई तक चलेगा. इसमें देवास जिले के सुदूर ग्रामीण अंचल से लगभग 55 हजार श्रमिक तेंदूपत्ता तोड़कर उनकी गड्डियां बनाकर संबंधित फड़ पर जमा कराएंगे. कोरोना महामारी को देखते हुए नियमों का पालन करते हुए, पत्ते तोड़ने का कार्य होगा. श्रमिक मास्क लगाकर ही जंगल में जाएंगे. जहां पत्तों का संग्रहण होगा, वहां भी नियमों का पालन करवाया जाएगा. तेंदूपत्ता संग्रहण लॉकडाउन में गरीब आदिवासी परिवारों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करेगा.
डीएफओ पीएन मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष तेंदूपत्ता के 1 मानक बोरे पर ढाई हजार रुपए संग्राहक को दिया जाएंगे. इस गतिविधि में महज 10 दिन में आदिवासी अंचल से जुड़े 55 हजार श्रमिकों को करीब 12 करोड़ रुपए का रोजगार उपलब्ध हो जाएगा. पूरे जिले में कुल 29 समितियां बनी हुई हैं. इनमें 26 समितियां बिक्रीत समिति हैं, शेष तीन समिति अबिक्रीत हैं.