देवास।(Dewas News) हाल ही में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर मध्य प्रदेश के देवास आएं थे. जिले से करीब 120 किमी दूर स्थित संदलपुर स्थित परिवार एजुकेशन सोसाइटी के एक छोटे से स्कूल का उन्होंने उद्धाटन भी किया. भारत रत्न सचिन ने यहां आकर एक तरह से अपने पिता (Ramesh Tendulkar) के सपने को पूरा किया.
पिता के सपने को पूरा करने पहुंचे थे सचिन!
16 नवंबर को मध्य प्रदेश के देवास (Dewas) जिले में भारत रत्न और क्रिकेट के भगवान माने जानेवाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को अपने बीच पाकर बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था. मास्टर-ब्लास्टर सचिन के साथ फोटो खिंचवाने को हर कोई बेताब दिखा. इस दौरान दिग्गज क्रिकेटर संदलपुर के पास स्थित परिवार एजुकेशन सोसाइटी (Parivar Education Society) पहुंचे. जहां उन्होंने बच्चों के एक छोटे स्कूल का उद्घाटन किया. सचिन तेंदुलकर के साथ सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (Sachin Tendulkar Foundation) से जुड़े सहयोगी और कुछ विदेशी मेहमान भी थे. इस मौके पर तेंदुलकर अपने पिता के सपनों को याद करके काफी भावुक होते दिखे. उन्होंने कहा, "मेरे पिता चाहते थे कि गरीब बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए कुछ किया जाए. इसलिए मैं उनके सपने को पूरा करने के लिए आज यहां आया हूं."
अपने फैंस के बीच सचिन तेंदुलकर गरीब बच्चों के लिए काम कर रही परिवार एजुकेशन सोसायटी (Parivar Education Society)
देवास जिला मुख्यालय से 120 km दूर ग्राम संदलपुर स्थित परिवार एजुकेशन सोसाइटी की ओर से करीब 2 हजार गरीब बच्चों के रहने के लिए आवासीय भवन बनवाया जा रहा है. जहां बच्चे रहने के साथ ही शिक्षा ले सकेंगे. बता दें कि परिवार एजुकेशन सोसायटी आदिवासी गरीब तबकों के बच्चों की खातिर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रही है. कोविड-19 के प्रतिबंधों से छूट दिए जाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने मध्यप्रदेश स्थित उनके संस्थान के 'सेवा कुटीर' का निरीक्षण किया था, तेंदुलकर एक विद्यालय के निर्माण की देखरेख करने संदलपुर में भी रुके थे. बता दें कि सेवा कुटीर आवासीय स्कूल में गरीब व जरूरतमंद बच्चों को 5वीं क्लास से निःशुल्क शिक्षा दी जाती है और यहां लगभग 2,300 बच्चों को रखा जायेगा.
परिवार एजुकेशन सोसायटी से जुड़कर सचिन दिखे खुश
अपने एकदिवसीय देवास दौरे के दैरान जहां सचिन ने अपने फैंस को निराश नहीं किया, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उनके साथ फोटो खिंचवाई, वहीं वापस लौटकर तेंदुलकर ने अपने ट्वीट किया ‘‘टीम इंडिया के लिए खेलना हमेशा सौभाग्य की बात रही है. 'सेवा कुटीर' और निशुल्क आवासीय विद्यालय का दौरा करना हमारे लिए सुकून और संतोष की बात रही, जिसे हम 'परिवार' के साथ बना रहे हैं. हमें यकीन है कि हमारे बच्चे इस दुनिया को बेहतर और उज्ज्वल बना सकते हैं. हमें बस यह सुनिश्चित करना है कि उन सभी को समान अवसर मिलें.