देवास।जिले के बहुचर्चित जघन्य नेमावर हत्याकांड के मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस की जांच से संतुष्ट ना होते हुए प्रदेश सरकार से मामले की CBI जांच की मांग की थी. CBI ने मामले की बारीकी से जांच पड़ताल करते हुए कई साक्ष्य जुटाये और चालान में गिरफ्तार 9 लोगों को ही आरोपी बनाया है. बता दें कि नेमावर हत्याकांड में आरोपियों ने जघन्य तरीके से अंजाम देते हुए आदिवासी परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी थी. आरोपियों ने शवों को खेत में गाड़ दिया था. मृतकों में एक महिला, 3 युवती और एक युवक शामिल थे.
13 मई 2021 को हुई थी वारदात :बता दें कि 13 मई 2021 को रूपाली, ममता बाई, दिव्या, पवन और पूजा की हत्या कर दी गई थी. 17 मई को मृतक परिवार की सदस्य भारती ने इन पांचों के गुम होने की सूचना नेमावर पुलिस थाना में दी थी. 27 मई को पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था. 29 जून को हत्याकांड के मुख्य अरोपी सुरेंद्र के नोकर मनोज कोरकू को पुलिस ने गिरफ्तार कर पड़ताल शुरू की तो पूछताछ में उसने बताया कि रूपाली शादी के लिए सुरेंद्र पर लगातार दबाव बना रही थी. इसलिए सुरेंद्र और उसके साथियों ने पांचों की हत्या कर दी और शवों को सुरेंद्र के खेत पर बने गड्ढे में डाल दिया.