देवास।जिले की हाटपिपलिया विधानसभा सीट बयानबाजी को लेकर अब हॉट सीट बन गई है. मीडिया और भाजपा को बिकाऊ बताने वाले कांग्रेस नेता सज्जनसिंह वर्मा के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री इंदरसिंह परमार ने पलटवार किया है. मंत्री परमार ने सज्जनसिंह वर्मा के बयान को चुनाव में उनकी निश्चित दिखती हार से बौखलाहट में आकर दिया गया बयान बताया है.
सज्जन सिंह के बयान पर इंदर सिंह का पलटवार मंत्री परमार ने कहा कि मीडिया को बिकाऊ कहकर सज्जन सिंह वर्मा जो आरोप लगा रहे हैं, वह उनकी बौखलाहट है. उन्होंने कहा कांग्रेस की आतंरिक लड़ाई मंच पर दिखी है और उसको दबाने के लिए वर्मा भाजपा और मीडिया पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. हकीकत यह है कि बरोठा के मंच पर सार्वजनिक रूप से कांग्रेस की अंतर्कलह जगजाहिर हुई है. वहां पर सज्जन वर्मा का भी अपमान हुआ है. कांग्रेस प्रत्याशी की निश्चित हार से बौखलाकर सज्जन सिंह वर्मा भाजपा और मीडिया पर आरोप लगाने का काम कर रहे हैं. मंत्री परमार ने कहा कि हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्र की जनता भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मन बना चुकी है और यह बात कांग्रेस के नेताओं को भी समझ आ रही है. प्रदेश सहित हाटपिपल्या की जनता भी शिवराज सिंह चौहान को स्थायी मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है.
दरअसल, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की हाटपिपल्या से कांग्रेस प्रत्याशी राजवीर सिंह बघेल के समर्थन में आमसभा थी. पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा और पूर्व विधायक राजेन्द्रसिंह बघेल( प्रत्याशी के पिता) के बीच मंच पर तल्खी/कलह साफ-साफ देने को मिली. जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा बौखला गए और आज उन्होंने सोशल मीडिया में यह बयान दे दिया कि भाजपा के कुछ घृणित लोग चंद टुकड़ों में बिकने वाले मीडिया के लोगों के साथ मिलकर दुष्प्रचार कर रहे हैं. "मैं उनको बताना चाहता हूं कि सज्जनसिंह वर्मा का खून लाल है,मैं जो वादा करता हूं, वह पूरा करता हूं, राजवीर सिंह बघेल को जीताकर ही दम लूंगा. लेकिन बात यही खत्म नहीं हुई, शाम होते- होते राजनीतिक गलियारों में यह मुद्दा और भी गरमा गया. मीडिया में भी सज्जनसिंह वर्मा के बयान को लेकर रोष देखा जा रहा है.
इस सीट पर कांग्रेस ने कुमार राजवीर सिंह बघेल को मैदान में उतारा है, तो वहीं बीजेपी ने मनोज चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया गया है.इस बार हाटपिपलिया सीट पर सियासी समीकरण भी बदले हुए हैं. हाटपिपलिया सीट पर भाजपा से मनोज चौधरी और कांग्रेस से राजवीर सिंह बघेल आमने-सामने हैं. तो वहीं साल 2008 में इन दोनों प्रत्याशियों के पिता भी सियासी मैदान में ताल ठोक चुके हैं. पिता के बाद अब राजनीति की सियासी पिच पर दोनों के बेटे आमने सामने हैं.