देवास। लॉकडाउन लागू होने के बाद भी रेतमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं. जिले के अंतिम छोर स्थित नेमावर में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए रेत माफिया धड़ल्ले से रेत का अवैध परिवहन कर रहे हैं. दिनदहाड़े रेत माफिया प्रशासन की आंख में धूल झोंक रहे हैं. नेमावर में दिन दहाड़े रेत का अवैध खनन हो रहा है. जिसकी भनक स्थानीय पुलिस तक को भी नहीं है, जबकि पुलिस थाना और खदान की दूरी मात्र डेढ किलोमीटर है.
खुलेआम हो रहा नर्मदा से रेत का अवैध परिवहन, पुलिस पर लगा सांठ-गांठ का आरोप
लॉकडाउन लागू होने के बाद भी रेतमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं. जहां नर्मदा नदी से रेत का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है. प्रशसान भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. पढ़िए पूरी खबर...
रेत भरने वाले मजदूर ने बताया कि नर्मदा से नाव से रेत निकाल कर ट्रैक्टर ट्राली भर रहे हैं. जिसमे हर रोज 35 से 40 ट्राली परिवहन होता है. मजदूर ने बताया कि नेमावर पुलिस खदान पर आती ही नहीं है और आती भी है तो 500 रुपये लेकर चली जाती है. मजदूरों ने कानून के रखवालों पर ही आरोप ही गम्भीर आरोप गया.
नेमावर थाना प्रभारी एन बी एस परिहार ने रेत का अवैध परिवहन और पुलिस पर लगे लेनदेन के आरोप को नकार दिया है, जबकि खदान की हकीकत कुछ अलग ही बता रही हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि एक भी पुलिस वाला किसी भी प्रकार से कोई पैसा नहीं ले रहा है.