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महिला डॉक्टर ने कार में बैठे बीएमओ पर निकाली भड़ास, कहा- 12 घंटे की लगाते हैं ड्यूटी - देवास वायरल वीडियो

सोनकच्छ सिविल हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें एक महिला डॉक्टर कार में बैठे हुए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर अपनी भड़ास निकालती हुई दिखाई दे रही है.

Uproar in Sonkachh Civil Hospital
सोनकच्छ सिविल हॉस्पिटल में हंगामा

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Published : Apr 20, 2022, 11:06 PM IST

देवास।सोनकच्छ सिविल हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं. जिसमें एक महिला डॉक्टर कार में बैठे हुए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर अपनी भड़ास निकालती हुई दिखाई दे रही है. डॉक्टर की नाराजगी देख ऑफिसर वहां से चुपचाप चलते दिखाई देते हैं. बताया जा रहा है कि महिला डॉक्टर डेली 12-12 घंटे की ड्यूटी लगाए जाने से नाराज थी. जिसके चलते वह ड्यूटी लगाने वाले बीएमओ पर अपनी भड़ास निकालते हुए उनसे जवाब मांगती दिखाई दे रही है. (dewas viral video)

सोनकच्छ सिविल हॉस्पिटल में हंगामा

12 घंटे रोज लगाई जा रही ड्यूटीः सोनकच्छ के सिविल हॉस्पिटल में पदस्थ डॉ. मृणाली यादव रोजाना 12 घण्टे की ड्यूटी लगाने से नाराज थी. जिसके चलते वह बीएमओ डॉ आदर्श नानेरिया पर भड़क उठती हैं. जब वह बीएमओ पर अपनी भड़ास निकाल रही होती है. उस वक्त अस्पताल परिसर में मौजूद एक शख्स वीडियो बना लेता है, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह पूरा घटनाक्रम मंगलवार का है. (woman doctor quarrel with bmo in dewas)

बीएमओ पर लगाया परेशान करने का आरोपः महिला डॉक्टर मृणाली यादव ने कहा कि बीएमओ ने सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना मेरी ड्यूटी 12-12 घण्टे की लगा रखी है. नियमानुसार ओवर टाइम दिया जाना चाहिए, ड्यूटी में एक दिन का रेस्ट होना चाहिए, जो हमें नहीं दिया जा रहा हैं. जब डॉक्टर से पूछा गया कि यह शिकायत वह ऑफिस में बैठकर भी कर सकती थीं, तो उनका कहना था कि बीएमओ ऑफिस में मिलते ही नहीं हैं. उनसे अपनी समस्या को लेकर बात करो तो वह एसडीएम से बात करने की बात कहते हैं.

बीएमओ ने उच्च अधिकारियों से की शिकायतः वहीं दूसरी और बीएमओ डॉ. आदर्श नानेरिया ने कहा कि डॉ. मृणाली यादव मुझे से 15 साल जूनियर हैं. उनका यह व्यवहार ठीक नहीं हैं. इसकी शिकायत मैंने उच्च अधिकारियों से की है. एक मामले में मेरे द्वारा डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस दिया गया था. वह मुझ पर भड़क रहीं थी और अभद्र व्यवहार किया. इससे स्टॉप और हॉस्पिटल की छवि धूमिल हुई है.

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