होशंगाबाद। 2 सितंबर से शुरू होने वाले गणेश जन्मोत्सव की धूम अभी से देखने को मिल रही है. भविष्य निःशक्त विद्यालय में मेंटली चैलेंज्ड बच्चे ईको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं बना रहे हैं. इन प्रतिमाओं को गणेश उत्सव से 2 दिन पहले स्टॉल लगाकर भेंट किया जाएगा. इन प्रतिमाओं के बदले आम लोगों से ये बच्चे केवल सहयोग राशि लेते हैं. इसके साथ ही बच्चों द्वारा गणेश प्रतिमाएं बनाने में शहर के समाजसेवी लोग भी सहयोग कर रहे हैं.
मेंटली चैलेंज्ड बच्चों ने बनाईं एक-से-बढ़कर एक ईको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं, दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
होशंगाबाद जिले में भविष्य निःशक्त विद्यालय में मेंटली चैलेंज्ड बच्चे ईको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं बना रहे हैं. इन प्रतिमाओं को गणेश उत्सव से 2 दिन पहले स्टॉल लगाकर भेंट किया जाएगा.
बप्पा की ईको-फ्रेंडली प्रतिमा बनाकर ये बच्चे लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं. ये मेंटली चैलेंज्ड बच्चे तकरीबन ग्यारह सालों से गणेश प्रतिमा बनाकर आम लोगों को भेंट करते हैं. वे दिनभर मेहनत कर करीब तीन हजार गणेश प्रतिमाएं बना चुके हैं. ये बच्चे हर साल अलग-अलग थीम पर गणेश प्रतिमाओं का निर्माण करते हैं और इन्हें भेंट के रूप में आम लोगों को देते हैं. ऐसे करीब 40 बच्चे हैं, जो गणेश प्रतिमाएं बनाते हैं.
गणपति बप्पा की ईको फ्रेंडली प्रतिमा को प्राकृतिक रंगों से सजाया जाता है. इन्हें नदी और झील में विसर्जित करने से जल प्रदूषित नहीं होता, बल्कि इन में लगे दाल और चावल विसर्जन के वक्त मछलियों के लिए आहार बन जाती हैं.