देवास। मध्यप्रदेश के देवास जिले के खातेगांव वन परिक्षेत्र के अंतर्गत हरणगांव सबरेंज में वन विभाग की टीम कार्रवाई करने पहुंची. जहां जंगल से लगे किसानों का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. इस दौरान करीब 5-6 मुस्लिम परिवारों का अतिक्रमण भी हटाया गया. उसके बाद रतनपुर में आदिवासी नेता रामदेव काकोडिया का अतिक्रमण हटाने पहुंचे, तो रामदेव ने अतिक्रमण हटाने से मना कर दिया, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने अपनी कार्रवाई जारी रखी.
जब रामदेव काकोडिया की बात को वन विभाग की तरफ से नहीं सुना गया तो उन्होंने गुस्से में आकर आत्महत्या करने का दवाब बनाते हुए, कीटनाशक पी लिया. इसके तुरंत बाद रामदेव के परिवार के लोग उन्हें इलाज कराने के लिए खातेगांव ले गए. जहां एक प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है.