देवास। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया है. जिसके चलते आवश्यक सामग्री को छोड़कर सभी सेवाएं बंद कर दी गई हैं. ऐसे में देवास पुलिस ने एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम की है. देवास जिला अस्पताल से अपने परिवार के साथ चिलचिलाती धूप में नवजात बच्चे को लेकर पैदल जा रही एक प्रसूता को पुलिस ने घर तक छोड़ा. जिसकी लोग जमकर सराहना भी कर रहे हैं.
देवास पुलिस ने पेश की इंसानियत की मिसाल, पैदल जा रही प्रसूता को छोड़ा घर - woman thanked police
कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया है. जिसके चलते आवश्यक सामग्री को छोड़कर सभी सेवाएं बंद कर दी गई हैं. ऐसे में देवास पुलिस ने एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम की है.
दरअसल देवास जिला अस्पताल में विगत दिवस एक प्रसूता की डिलीवरी हुई थी. जिसके बाद उसकी अस्पताल से छुट्टी कर दी गई. छुट्टी मिलने के बाद एक प्रसूता ने घंटों तक एंबुलेंस का इंतजार किया. लेकिन उसके बावजूद भी एंबुलेंस नहीं आने पर प्रसूता महिला ने अपने मासूम नवजात बच्चे को लेकर अपने परिवार के साथ जिला अस्पताल से पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़ी.
जिसके बाद शहर के सिविल लाइन चौराहे के पास चेकिंग प्वाइंट पर ड्यूटी कर रही कोरोना योद्धा निर्भया प्रभारी सोनिया धाकरे ने पीड़ित प्रसूता को उसके परिवार के साथ पुलिस वाहन से उसे घर तक छोड़ मानवता की मिसाल पेश की है.