देवास। जिले की तीन नगर परिषदों लोहारदा,कांटाफोड़ व सतवास में प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. पीएम आवास योजना में फर्जीवाड़ा करने को लेकर उज्जैन लोकायुक्त ने कई आधिकारियों पर FIR दर्ज की है. (Dewas PM awas yojana corruption case) पूर्व में कई हितग्राहियों ने देवास कलेक्टर और सीएम से भी इस मामले की शिकायत की थी. जिसमें प्रारंभिक जांच के बाद लोकायुक्त उज्जैन ने 45 से अधिक आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित आपराधिक षडयंत्र रचने व अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
जद मे आए कई अधिकारी: जिन पर केस दर्ज हुआ हैं उनमें से 2007 से 2022 तक की अवधि में पदस्थ तत्कालीन अध्यक्ष, सीएमओ, प्रशासक सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी, निजी फर्मों के कर्मचारी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार कांटाफोड़ नगर परिषद के मामले में तत्कालीन अध्यक्ष भूरीबाई विजयसिंह काकड़वाल, अविनाश सोनानिया, सीएमओ महेश शर्मा, कैलाशचंद्र वर्मा, गोविंद पोरवाल व सतीश घावरी सहित लेखापाल, शाखा प्रभारी, प्रकाश माधवानी मोहित सेल्स कार्पोरेशन इंदौर, मोहित वाधवानी, बलराज तिवारी निर्मल इंटरप्राइजेस देवास, सतीश चौहान शिव ग्राफिक्स इंदौर पर केस दर्ज किया गया है. लोहारदा नप के मामले में तत्कालीन अध्यक्ष लाड़कीबाई लक्ष्मण इवने, प्रशासक सुभाष सोनेर, सीएमओ केएनसएस चौहान, अनिल जोशी, हरिओम कचोले, नंदकिशोर पारसनिया, सतीश घावरी, अनवर गौरी, कैलाश वर्मा, जगदीश शर्मा, सैयद मकसूद अली, आधार सिंह आदि को आरोपी बनाया गया हैं.