देवास।कांग्रेस का चुनावी टिकट वितरण अब आलाकमान के लिए नासूर बनता जा रहा है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी को टिकट मिलने के बाद से ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें खातेगांव विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा है. इसी सिलसिले में वह आज क्षेत्र में पहुंचे थे. इस दौरान खातेगांव में कांग्रेसियों ने बीच सड़क पर काफिला रोककर जोरदार विरोध और नारेबाजी की. साथ ही दीपक जोशी जिस कार में सवार थे, उसके कांच भी फोड़ दिए. हालांकि, गनमैन उन्हें पीछे धकेलते हुए भी नजर आए. कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए. दीपक जोशी का नाम उजागर होने के बाद से ही पूरी विधानसभा में विरोध का दौर जारी है. इस सिलसिले में कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा भी दे दिया है.
झाबुआ कांग्रेस में बगावत: टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा ने एक बार फिर बगावत का बिगुल फूंक दिया. वे शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और अपने समर्थकों के साथ नाम निर्देशन पत्र लेने कलेक्टोरेट पहुंचे. उन्होंने आप के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी नामानंक पत्र लेते हुए साफ कर दिया कि वे चुनाव जरूर लडेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता उन्हे मनाने में लगे हैं. उनका भरोसा उठ चुका है. जेवियर बाइक रैली के रूप में नामांकन पत्र लेने पहुंचे थे.
इसके बाद उन्होंने बाहर निकलते से कह दिया कि सभी कार्यकर्ता मेरे साथ है ओर मैं चुनाव जरूर लडूंगा. आम आदमी पार्टी से मेरी बात हुई है. आप से और निर्दलीय भी नामांकन पत्र लिया है. मेरा विरोध इस बात को लेकर है कि जब उपचुनाव हुआ था तो मुझसे कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं ने कहा था- कांतिलाल भूरिया का चुनाव जीता दो, वरिष्ठ हैं. आगे चुनाव नहीं लडेंगे. बोरी में आयोजित सभा में दिग्विजयसिंह जी ने खुद भाषण में कहा था कि यह कांतिलाल भूरिया का आखिरी चुनाव है. जब कांतिलाल भूरिया का आखिरी चुनाव है तो उनके परिवार का भी आखिरी चुनाव होना था. उन्होंने उनके बेटे को टिकट दी और कहीं न कहीं उन्होंने वादा खिलाफी की है. जब कांग्रेस की सरकार थी तो मुझे कहा था कि आपको निगम में कुछ बनाएंगे. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की भी बात हुई थी. चाहते तो मुझे कुछ बना सकते थे, क्योंकि सरकार तो बाद में गिरी. इसके बाद मुझे कहां गया कि जो विधानसभा चुनाव आएगा तो जेवियर मेड़ा को विधानसभा में टिकट देंगे और विक्रांत को लोकसभा का टिकट देंगे. यह भी बात उनकी झूठी निकली.
महू कांग्रेस में विरोध: महू प्रदेश की बहु चर्चित विधानसभा महू में कांग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा के बाद विरोध के स्वर उठने लगे हैं. पूर्व विधायक और लगातार तीन बार से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अंतर सिंह दरबार में कांग्रेस द्वारा घोषित किए गए. प्रत्याशी रामकिशोर शुक्ला के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी अब तक यहां प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई हैं. कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस द्वारा रामकिशोर शुक्ला को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद मोर्चा खोल दिया. अंतर सिंह दरबार ने आज समर्थकों के साथ महू शहर के ड्रीमलैंड चौराहे से एक बड़ी रैली निकाली. इसमें बड़ी संख्या में समर्थक शामिल हुए समर्थको हुआ का कहना है कि अगर पार्टी अपना निर्णय नहीं बदलता है, तो अंतर सिंह दरबार निर्दलीय चुनाव भी लड़ सकते हैं.