देवास। खातेगांव तहसील के विक्रमपुर गांव में वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहकों को बैंक खाते के माध्यम से राशि का भुगतान न करते हुए नगद राशि से भुगतान किया जा रहा है. डिप्टी रेंजर महेशचंद्र वर्मा ने बताया कि नगद भुगतान करने से संग्राहकों को बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
देवास: तेंदूपत्ता संग्राहकों को किया जा रहा नगद भुगतान, डिप्टी रेंजर महेशचंद्र वर्मा ने बताई ये वजह
खातेगांव तहसील के विक्रमपुर गांव में वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहकों को बैंक खाते के माध्यम से राशि का भुगतान न करते हुए नगद राशि से भुगतान किया जा रहा है.
डिप्टी रेंजर महेशचंद्र वर्मा ने बताया कि शासन की मंशा अनुसार तेंदुपत्ता संग्राहकों को नगद भुगतान किया जाना है. इस प्रकार नगद भुगतान करने से संग्राहकों को बैंक के चक्कर नही लगाने पड़ेंगे. साथ ही लघुवनोपज समिति के माध्यम से गांव में ही भुगतान होने से संग्राहकों का समय भी बचेगा और कई प्रकार की असुविधाओं से बच सकेंगे.
उन्होंने बताया कि तेंदूपत्ता लघुवनोपज समिति में एक हजार चार सौ संग्राहक हैं जिनको करीब 40 लाख रुपये का भुगतान किया जाना है. अब तक करीब चार सौ संग्राहकों को 20 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है. संग्राहकों को 250 रुपये प्रति सैकड़ा गड्डी की दर से भुगतान किया जा रहा है.