देवास।कमलनाथ सरकार एक तरफ जहां शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण सत्र के शुरुआत में ही कई योजनाएं चला रही है. वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन इन योजनाओं पर पानी फेरने में लगा है. ऐसा ही एक मामला देवास जिले के सोनकच्छ तहसील से सामने आया है. जहां छात्रों को वितरित की जाने वाली 1300 साइकिलें पिछले कई दिनों से बारिश में भीग रही है और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
कैसे तय होगी घर से स्कूल की दूरी, जब छात्रों को मिलने से पहले बारिश में बेकार हो जाएंगी साइकिलें? - हजारों साइकिलें
दमोह-छतरपुर के बाद अब देवास जिले के सोनकच्छ से भी छात्रों को वितरित की जाने वाली साइकिलें बारिश के पानी में भीगकर खराब हो रही हैं. यहां भी प्रशासन इन साइकिलों के उचित रखरखाव के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है, जबकि ये क्षेत्र प्रदेश के कद्दावर मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का क्षेत्र है.
सोनकच्छ में स्कूल चलें हम अभियान की शुरुआत के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं को साइकिलों का वितरण होना है, लेकिन शहर के उत्कृष्ट स्कूल में रखी 1300 साइकिलें पिछले कई दिनों से बारिश में भीग रही हैं. खास बात ये है कि स्कूल शिक्षण सत्र की शुरुआत प्रदेश भर में हो चुकी है, लेकिन अभी तक इन साइकिलों का वितरण नहीं किया गया है. पानी में भीगने से ये साइकिलें गुणवत्ताविहीन होने लगी हैं.
बारिश के पानी में भीगती इन साइकिलों को बनाने वाले मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी ठेकेदार को दे दी गई है. जिसके बाद बाद ठेकेदार ने साइकिलों के रखने की उचित व्यवस्था कराए जाने की बात कही है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि इस तरह के मामले लगातार प्रदेश के कई जिलों से आ रहे हैं. जहां छात्रों को वितरित की जाने वाली साइकिलें बारिश के पानी में भीग कर खराब हो रही हैं.