हैदराबाद।नेमावर हत्याकांड की गूंज अभी भी प्रदेश के सियासी गलियारों में गूंज रही है, लेकिन पीड़ित परिवार को अभी तक न्याय नहीं मिला है, सिर्फ कवायदें हो रही हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में पहुंचवा दिया है, लेकिन केस की चाल का रवैया वही है. वहीं नेमावर हत्याकांड के आरोपियों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस नेता कमलनाथ, भीम आर्मी सुप्रीमो और भी अन्य कद्दावर नेता अपनी आवाज उठा चुके हैं. वहीं ट्विटर पर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए #JUSTICE FOR NEMAWAR ट्रैंड कर रहा है. 13 मई से लापता होने और 29 जून को कंकाल मिलने से लेकर अब तक केस में क्या हुआ आइये जानते हैं.
13 मई को लापता हुआ था परिवार
13 मई, गुरुवार की रात को नेमावर कस्बे से आदिवासी परिवार के पांच सदस्य ममता (45), रूपाली (21), दिव्या (14), पूजा (15) और पवन (14) अचानक लापता हो गए. इस संबंध में थाने में शिकायत की गई. पुलिस लापताओं को तलाशने की गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई थी, लेकिन पुलिस के हाथ कोई पुख्ता सबुत नहीं लग पा रहे थे. पुलिस लगातार टेक्नोलॉजी की मदद से तलाश में जुटी थी. इस बीच रूपाली की लोकेशन ट्रेस होने से पुलिस के हाथ सुराग लगा.
29 जून को आठ फिट गहरे गड्ढे से मिली लाश
पुलिस ने ठीक 48 दिन बाद 29 जून को मेला रोड स्थित एक खेत के गड्ढे से पांच नर कंकाल बरामद किए. इलाके में कंकाल मिलने से दहशत का माहौल बन गया और आवाज प्रदेश के मुखिया तक पहुंची. आदिवासी परिवार के पांचों सदस्य आरोपियों ने आठ फीट गहरे गड्ढे में गाड़ दिए थे. पुलिस ने जेसीबी की मदद से सभी कंकालों को बाहर निकाला. यही नहीं आरोपियों ने शवों को गलाने के लिए नमक तक डाला था.
हत्याकांड में मुख्य आरोपी सुरेंद्र का नाम
इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी सुरेंद्र है. दरअसल, रूपाली का सुरेंद्र से प्रेम प्रसंग था. जबकि सुरेंद्र की कहीं और शादी तय हो गई थी. इस बीच प्रेमिका सुरेंद्र को तंग करने लगी. इसी के चलते सुरेंद्र ने उसे रास्ते से हटाने के लिए युवती सहित उसके परिवार की हत्या अपने साथियों के साथ मिलकर कर दी और जमीन में गाड़ दिया.
मामले में अब तक क्या हुआ
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नेमावर हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार के लिए 41 लाख 25 हजार की सहायता राशि का ऐलान कर चुके हैं. सीएम के निर्देश पर इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) में ले जाया गया, लेकिन अभी तक लीड बहुत आगे तक नहीं पहुंची है.
आरोपियों के मकान-दुकान पर चला बुल्डोजर
नेमावर हत्या कांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सुरेंद्र सिंह और उसके भाई वीरेंद्र के मकान और दुकानों पर प्रशासन ने जीसीबी से ध्वस्त कर दिया गया है. इसके अलावा वार्ड नंबर-14 में दूसरे आरोपी विवेक के पैतृक घर को भी प्रशासन ने ढहा दिया.
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