दतिया।मध्य प्रदेश कादतिया जिला धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व की नगरी है. मां पीतांबरा की इस पावन नगरी का अध्यात्म में एक अपना स्थान है. यह नगर अति प्राचीन होने के साथ साथ धार्मिकता के लिए भी प्रसिद्ध है. सर्वाधिक ऐतिहासिक शिवालय इस नगर में स्थापित हैं. इसी सिलसिले में मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा पार्थेश्वर शिव महापुराण की कथा सुनाएंगे. यह आयोजन 10 अगस्त से 14 अगस्त तक चलेगा. 6 दिन दतिया में भक्ति रस की बरसात होगी.
मिनी वृंदावन कहलाता है दतिया:पूर्व से ही इस नगर को मिनी वृंदावन के नाम से एक खास पहचान मिली हुई है. द्वापर काल से लेकर आज तक दतिया नगर के होने के तमाम प्रमाण मिले हैं. चंदेरी के समीप स्थित इस नगर को भगवान कृष्ण के बुआ के लड़के एवं चंदेरी के राजा शिशुपाल के अग्रज दंतवक्र की राजधानी कहा जाता है. कहा जाता है कि दतिया में उस समय भगवान श्री कृष्ण स्वयं आए थे और दंतवक्र का संहार किया था. सर्वाधिक ऐतिहासिक शिवालय इस नगर में स्थापित हैं. पूरे नगर में दो से तीन शिवालय तो महाभारत कालीन माने जाते हैं. ऐसे में सावन का महीना हो और शिव की नगरी में शिव की कथा न हो यह सर्वथा गलत है.
पार्थिव शिवलिंग निर्माण: दतिया के विधायक जो वर्तमान में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री हैं, उनके द्वारा लगातार 5 वर्षों से सावन के महीने में भगवान शिव की कथा के साथ साथ पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कराया जा रहा है. भगवान भूतभावन को सावन का महीना अति प्रिय माना जाता है, तो भगवान की आराधना भी होनी चाहिए इसी क्रम में इस बार भी पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं पार्थेश्वर शिव महापुराण की कथा का आयोजन किया जा रहा है. इस बार प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा इस कथा का वाचन करेंगे.