दतिया। दतिया के सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह और उनके चचेरे भाई गिरिराज सिंह के बीच राजपरिवार की संपत्ति (दतिया किले) को लेकर विवाद हो गया है. मामले में गिरिराज सिंह ने विधायक घनश्याम सिंह के अज्ञात समर्थकाें के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
राजपरिवार में संपत्ति को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है कि गिरिराज सिंह ने हथियारों की दम पर किले के अंदर कुछ कमरों के ताले तोड़कर कब्जा करना चाहा. इसी बीच विधायक घनश्याम सिंह अपने 15-20 समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने गिरिराज सिंह के साथ मारपीट कर दी. कोतवाली थाना पुलिस ने गिरिराज सिंह की रिपोर्ट पर विधायक घनश्याम सिंह के 15-20 अज्ञात समर्थकाें के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वहीं विधायक घनश्याम सिंह द्वारा दिए आवेदन पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसे लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने एएसपी कमल मौर्य को ज्ञापन दिया और उनके कार्यालय के बाहर धरना देकर नारेबाजी की.
गिरिराज सिंह, सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह के चाचा के पुत्र हैं, जो लखनऊ में रहते हैं. वे अब अचानक अपनी मां हेमलता व अन्य लोगों के साथ किले के अंदर पहुंचकर किले की संपत्ति पर अपना अधिकार जताने लगे. इसी बात को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद विधायक घनश्याम सिंह के साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव, भांडेर विधानसभा प्रत्याशी फूल सिंह बरैया और 45-50 पदाधिकारी व कार्यकर्ता एएसपी कार्यालय पहुंचे. जहां एएसपी कमल मौर्य को इस संबंध में ज्ञापन दिया. इस दौरान कांग्रेस नेता गिरिराज सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की गई. विधायक घनश्याम सिंह, जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव और अन्य पदाधिकारियों ने एसपी से बात की, जिसके बाद एसपी ने उन्हे कार्रवाई का आश्वासन दिया.
राजपरिवार पर राजनीति हावी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष नाहर सिंह द्वारा दिए गए आवेदन में बताया कि चुनाव में भाजपा नेताओं से प्रेरित होकर गिरिराज सिंह अपनी मां हेमलता व दो अन्य लोगों के साथ तीन नवंबर को दोपहर तीन बजे पिस्टल व अन्य हथियार लेकर किले के अंदर घुस आए. किले के अंदर इलेक्ट्रॉनिक कटर से तीन कमरों के ताले काटे, इस दौरान किले में मौजूद कर्मचारियों ने रोका, तो उन्हें पिस्टल दिखाकर धमका दिया. सूचना मिलने पर जब विधायक घनश्याम सिंह वहां पहुंचे, तो उन्होंने उनके ऊपर भी पिस्टल तान दी. जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उन्हें पकड़ा. विधायक ने मंगलवार की रात इस संबंध में कोतवाली थाने में आवेदन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसको लेकर ज्ञापन में कार्रवाई की मांग की गई है.