दतिया। वेब सीरीज 'ए सूटेबल बॉय' (A Suitable Boy) पर कई लोग 'लव जिहाद' को बढ़ावा देने के आरोप लगा रहे हैं. जिसके बाद रीवा जिले में इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और कार्रवाई की मांग की है. दरअसल फिल्ममेकर मीरा नायर की वेब सीरीज 'ए सूटेबल बॉय' के खिलाफ अब कई लोग आवाज उठाने लगे हैं. लोगों का आरोप है कि ये वेब सीरीज 'लव जेहाद' को बढ़ावा दे रही है और हिंदू धर्म के साथ ही हिंदू रीति- रिवाज को आहत कर रही है. लोगों ने सीरीज में अश्लील सीन होने के भी आरोप लगाए हैं.
मंदिर पर फिल्माए गए दृश्यों पर बवाल
खरगोन जिले में वेब सीरीज 'ए सूटेबल बॉय' की शूटिंग महेश्वर घाट पर हुई है. इसमें महेश्वर के मंदिर में 'ए सूटेबल बॉय' के दृश्य फिल्माए गए हैं. जिसे लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसे गलत ठहराया है और मामले में एफआईआर दर्ज कराई है.
एफआईआर
इस सीरीज के आपत्तिजनक दृश्यों को लेकर गौरव तिवारी नाम के एक व्यक्ति ने रीवा में बतौर एफआईआर दर्ज कराई है. जिसमें उन्होंने रीवा एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है. जिसकी जानकारी खुद गौरव ने ट्वीट कर दी है. बता दे कि गौरव, रीवा में बीजेपी युवा मोर्चा का सदस्य हैं.
रीवा में हुई एफआईआर
इस मामले में गौरव तिवारी ने एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले में कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
A Suitable Boy फिल्म के खिलाफ जांच के आदेश
गृह मंत्री ने दिए जांच के निर्देश
'ए सूटेबल बॉय' वेब सीरीज का मामला बढ़ने के बाद अब मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने जांच के बाद कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसके निर्माता निर्देशक पर भी कार्रवाई हो सकती है. मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने अधिकारियों से जांच करने की बात कही है.
विवाद के बाद गृह और विधि विभाग के अफसरों की बैठक-गृह मंत्री
गृह मंत्री ने कहा कि वेब सीरीज 'ए सूटेबल ब्वाॅय' में कुछ भी सूटेबल नहीं हैं, फिल्म में मंदिर के अंदर ऐसे आपत्तिजनक दृश्य क्यों फिल्माए जाने चाहिए जिससे किसी की भावनाएं आहत हों. ये गलत है. इस संबंध में आज गृह और विधि विभाग के अफसरों की बैठक बुलाई है.
मंदिर में फिल्माए गए हैं 'अश्लील' दृश्य
उन्होंने बताया कि 'ए सूटेबल बॉय' में बेहद आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं, जो एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करते हैं. 'मैंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस बात का परीक्षण किया जाए कि इन दृश्यों के आधार पर नेटफ्लिक्स ओटीटी प्लेटफार्म और कार्यक्रम के निर्माता निर्देशक पर क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है'.