दतिया। 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में से दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक घनश्याम पिरोनिया ने टिकट मांग कर पार्टी में खलबली मचा दी है. बताया जाता है कि 2013 से 2018 तक 5 साल भांडेर से भाजपा के विधायक रहे घनश्याम पिरोनिया ने अपना खुद का एक बड़ा जनाधार क्षेत्र में खड़ा किया, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव आते ही बिना किसी कारण के उनका टिकट काट दिया गया.
पूर्व विधायक घनश्याम पिरोनिया वहीं विधानसभा चुनाव में नरोत्तम मिश्रा की नजदीकी मानी जाने वाली जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं रजनी प्रजापति को भाजपा ने 2018 में टिकट दिया था, लेकिन रजनी प्रजापति को हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद लोकसभा चुनाव में भी घनश्याम पिरोनिया ने दतिया, भिंड लोकसभा सीट से लोकसभा प्रत्याशी के लिए टिकट की दावेदारी की. लेकिन पार्टी के द्वारा वहां भी उनकी उपेक्षा की गई.
बराबर हाशिये पर चल रहे घनश्याम पिरोनिया ने भोपाल पहुंचकर प्रदेश के वरिष्ठ नेतृत्व को टिकट के लिए अवगत कराया और भांडेर से उपचुनाव में प्रत्याशी बनाने की मांग की है. जिसके बाद भी पार्टी का कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. यही कारण रहा कि कल भांडेर उपचुनाव को लेकर भोपाल स्थित कार्यालय में भांडेर के पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई थी. जिसमें घनश्याम पिरोनिया शामिल नहीं हुए और बैठक से दूरियां बना लीं.
चम्बल क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी जिस तरह से सेंधमारी कर रही है, कहीं ये भी उसका हिस्सा ना बन जाए, वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं बागी विधायक रक्षा सिरोनिया पर पार्टी दांव खेल रही है. जबकि रक्षा सिरोनिया का पूरे विधानसभा क्षेत्र में काफी विरोध किया जा रहा है. अगर यही हाल रहा तो कहीं ये दांव पार्टी पर उल्टा ना पड़ जाए, क्योंकि जनता इन बागी विधायकों से नाराज चल रही है. फिलहाल टिकट की दावेदारी कर घनश्याम पिरोनिया ने भाजपा पार्टी में खलबली मचा दी और अपने बगावती सुर दिखाना शिरू कर दिए हैं.