दतिया।कलेक्टर रोहित सिंह ने जिले के समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों के साथ आपदा प्रबंधन की बैठक ली. कलेक्टर ने बैठक में लॉकडाउन को लेकर सभी से सुझाव लिए. दतिया जिला ग्रीन जोन में शामिल है जिसको लेकर लॉकडाउन में फिलहाल प्रशासन के द्वारा जो राहत दी जा रही है. इसके अलावा जिलेवासियों को और क्या राहत दी जा सकती है इसको लेकर जन प्रतिनिधियों के सुझाव लिए. वहीं बैठक में मौजूद लोगों के द्वारा बात रखी गई कि जिले में कोरोना का खतरा अन्य राज्यों से चलकर आ रहे मजदूरों से ज्यादा है. इससे जिला प्रसासन को पूरा ध्यान अब इन मजदूरों की स्क्रीनिंग करने और उन्हें क्वारंटाइन करने पर देना चाहिए.
कलेक्टर रोहित सिंह ने ली बैठक, लॉकडाउन में जिला वसियों को कैसे दी जाये राहत
दतिया में जिला कलेक्टर रोहित सिंह ने लॉकडाउन में जिलेवसियों को किस तरह की राहत दी जाये उस पर जनप्रतिनिधियों से साथ बैठक का आयोजन किया.
क्योंकि लाॅकडाउन के दौरान बाजार खोलने में दी गई छूट के दौरान बाजार में भीड़ बढ़ने के बाद भी कोरोना का कोई पॉजीटिव मरीज नहीं मिला जिससे कोरोना को लेकर खतरा जिले में निवासरत लोगों व पूर्व में आ चुके मजदूरों से बिलकुल भी नहीं है. प्रशासन को बाजार में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए बल को यहां से हटाकर पूरा ध्यान अन्य प्रांतों से गांव-गावं व शहरों में पहुंच रहे मजदूरों की जांच पर लगाना चाहिए.
विधायक घनश्याम सिंह ने कहा पूरे समय अब शहर के बाजार खुले रहेंगे. वहीं ऑटो रिक्शा, यात्री बसों की क्षमता आधी कर चलाएं. सभी प्रकार के निजी निर्माण काम चालू करवाएं जाएं. कोरोना का खतरा बाहर से आ रहे मजदूरों से हो रहा है जिसमें स्क्रीनिंग सख्ती से हो और क्वारंटाइन भी करें. बैठक में जिले में लाॅकडाउन के तृतीय चरण उपरांत गतिविधियां संचालित करने के लिए मांगे गए सुझावों के तहत यह महत्वपूर्ण सुझाव जिला अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों व समाजसेवियों की उपस्थिति में दिए गए. बैठक में एडीएम विवेक रघुवंशी, सीईओ बीएस जाटव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष नाहर सिंह यादव, समाजसेवी राजू त्यागी आदि शामिल रहे.