दमोह।दिवाली के एक दिन पहले नरक चौदस के अवसर पर दमोह के मुक्तिधाम में युवा जागृति मंच के द्वारा बीते कई वर्षों से यमराज का पूजन करने के साथ अपने बुजुर्गों को याद करने की परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है. यह परंपरा अनादि काल से चली आ रही है. जो पूरा करने के लिए यह लोग मुक्तिधाम में शाम के वक्त पहुंचते हैं और दीपक जलाते हैं.
जटाशंकर मुक्तिधाम नरक चौदस के दिन शाम को दीपक की रोशनी से गुलजार हो जाता है. वैसे तो यहां पर लोग केवल शव का दहन करने के लिए आते हैं. लेकिन दीपावली के 1 दिन पहले शहर के कुछ समाजसेवी लोग एक संगठन के बैनर तले यहां पहुंचते हैं और पूर्वजों की परंपरा का निर्वहन करते हैं. इन लोगों को कहना है कि वे लोग नरक चौदस के दिन अपने बुजुर्गों को याद करने के लिए एकत्रित होते हैं. वहां पर श्मशान घाट में जगह जगह दीपक प्रज्वलित करते हैं. साथ ही अपने बुजुर्गों का आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं.
यमराज का भी किया जाता है पूजन