दमोह।कहते हैं कि गरीबी-लाचाारी जो भी कराए वो कम है, दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने के लिए गरीब को क्या-क्या करना पड़ता है. दमोह जिला मुख्यालय पर कचरे में खाने की तलाश करती महिलाएं समाज की सच्चाई और लॉकडाउन की बेबसी के साथ-साथ सरकारी दावों की हकीकत बयां करने के लिए काफी है. कचरे में खाना तलाशती महिलाओं का वीडियो वायरल हो रहा है.
लॉकडाउन में कचरे में खाना तलाश रही दो महिलाओं का वीडियो वायरल - कचरे में खाना तलाशती महिलाएं
दमोह जिला मुख्यालय पर कचरे में खाने की तलाश करती दो महिलाओं का वीडियो वायरल हो रहा है, महिलाओं ने बताया कि वो किसी परिचित महिला का प्रसव कराने जिला अस्पताल आई थीं, लेकिन भोजन नहीं मिलने पर वो कचरे में खाने का सामान तलाश रही थी.
दमोह जिला मुख्यालय पर भीख मांग कर गुजारा करने वाली दो ग्रामीण महिलाएं उस वक्त कैमरे में कैद हुईं. जब वे कचरे में खाने की तलाश कर रही थीं, दमोह का बाजार बंद होने के बाद पड़े हुए कचरे में खाने की सामग्री तलाश करती महिलाएं वीडियो में साफ दिख रही हैं. जब खाने की तलाश कर रही महिला से पूछा गया तो उसने बताया कि वे दोनों भीख मांग कर अपना गुजारा करती हैं.
ये महिलाएं तेजगढ़ थाना क्षेत्र के खमरिया गांव की रहने वाली हैं. महिलाएं अपने किसी परिचित के साथ जिला अस्पताल आई थीं. जिस वक्त वे कचरे में खाने की तलाश कर रहीं थी, उस वक्त एक राहगीर ने इनका वीडियो बना लिया. पूछने पर उन्होंने बताया कि वे अपने एक रिश्तेदार की डिलीवरी कराने के लिए अस्पताल आई हैं और भीख मांगकर अपना गुजारा करती हैं. ऐसे में जब खाने की व्यवस्था नहीं हुई तो वे कचरे में खाना तलाशने लगीं.