दमोह। पथरिया से बसपा की एकमात्र विधायक रामबाई सिंह परिहार भाजपा में शामिल हो सकती हैं. यह कयास लंबे समय से लगाया जा रहा हैं. हालांकि विधायक रामबाई ने इन खबरों पर विराम लगा दिया है. रामबाई का कहना है कि बीजेपी में शामिल होने के लिए किसी भी नेता से अभी चर्चा नहीं हुई है.
BJP में शामिल होने की अटकलों को विराम - BJP नेताओं की बैठक में शामिल हुई रामबाई
बता दें कि 27 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव दमोह आए थे. रामबाई हेलीपैड पर अगवानी से लेकर मुख्यमंत्री की विदाई तक सारे कार्यक्रमों में मौजूद रहीं. यहां तक कि उन्होंने भाजपा कार्यालय में भी पहुंचकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक में न केवल हिस्सा लिया. बल्कि वह अतिथियों के साथ मंच पर भी मौजूद रहीं. ऐसी में अटकलें लगाई जा रही हैं कि रामबाई आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकती हैं.
- रामबाई ने बीजेपी में शामिल होने की जाहिर की मंशा
स्थानीय तहसील ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जब संबोधित कर रहे थे. उसी दौरान रामबाई की तरफ से एक पर्ची उन्हें भेजी गई थी. मुख्यमंत्री ने बाकायदा पर्ची देखी भी लेकिन उस पर गौर नहीं किया. सूत्र बताते हैं कि पर्ची के माध्यम से रामबाई ने सीएम से उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाने की मंशा जाहिर की थी. लेकिन सीएम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इस बात से रामबाई इतनी खफा हो गई कि वह सीएम को हेलीपैड विदा देने नहीं गई. कार्यक्रम स्थल से सीधे रविदास जयंती कार्यक्रम में पथरिया पहुंच गई. वहां उन्होंने दलित के घर भोजन करने को लेकर बयान दिया था जो काफी सुर्खियों में रहा.
- कई बड़े नेता रामबाई को पार्टी में शामिल करने के लिए एकमत नहीं
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक अभी पार्टी में रामबाई को भाजपा में शामिल करने को लेकर बड़े नेता एकमत नहीं हैं. दरअसल पिछले कुछ दिनों से लेकर एक प्रकरण में सरकार की जो किरकिरी हो रही है. उसको लेकर भाजपा संगठन बहुत चिंतित है. ऐसा माना जा रहा है कि इसीलिए रामबाई को पार्टी में लेने का निर्णय जल्दबाजी में नहीं लिया जा सकता.
- बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को दिया विराम
कार्यक्रम के दूसरे दिन रामबाई ने ईटीवी भारत से चर्चा की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आए थे और उन्होंने पथरिया में कृषि महाविद्यालय खोलने और तुषार से नष्ट हुई फसलों का सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की थी. जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया है. यह पूछे जाने पर क्या वह भाजपा में जा रही हैं ? उन्होंने जवाब में कहा कि सीएम ही उन्हें अपने साथ हर जगह ले गए थे, इसलिए यह केवल अटकलें हैं. फिलहाल भाजपा में जाने की उनकी कोई मंशा नहीं है.